थाइलैंड के प्रधानमंत्री पहुंचे बोधगया, पूजा अर्चना कर बुद्ध भूमि को किया नमन
थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा आज बोधगया पहुंचे जहां उन्होंने मंदिर के गर्भ गृह में पूजा अर्चना की। उसके बाद उन्होंने पवित्र बोधिवृक्ष के दर्शन किए।
गया [जेएनएन]। थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के अंतिम दिन आज अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ विशेष विमान से सुबह 10.30 बजे गया एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका बीटीएमसी की ओर से भव्य स्वागत किया गया।
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एयरपोर्ट पर गया के प्रभारी मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने थाइलैंड के प्रधानमंत्री की अगवानी की। कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट के बाद थाइलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर गए, जहां उन्होंने मंदिर के गर्भ गृह में पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री ने पवित्र बोधिवृक्ष की छांव में पूजा का शुभारंभ दीप जलाकर किया।
उसके बाद उन्होंने थाई राजा-रानी की तस्वीरों को नमन किया और थाई मोनेस्ट्री का भ्रमण किया। दोपहर 12.30 बजे वे गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बैंकॉक के लिए प्रस्थान कर गए। गया के प्रभारी मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि थाईलैंड सरकार से बिहार को काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने बताया कि थाइलैंड के प्रधानमंत्री ने पर्यटन के बढ़ावा का आश्वासन दिया है।
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अहम मुद्दों पर हुआ समझौता
थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा की बतौर प्रधानमंत्री यह भारत की पहली यात्रा है। थाइ प्रधानमंत्री शुक्रवार की सुबह भारत पहुंचे। राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया।
हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच चली दो घंटे तक चली द्विपक्षीय शिखर बैठक के बाद दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और नालंदा विश्वविद्यालय चियांग मई विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक सहयोग पर दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
राम से बुद्ध तक थाईलैंड से हमारी साझा विरासत-मोदी
थाइलैंड के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के पुराने रिश्तों का जिक्र किया।कहा कि दोनों देशों के बीच राम के शौर्य और बुद्ध के ज्ञान के समय से ही संबंधों की समान सांस्कृतिक विरासत रही है। पीएम मोदी ने कहा कि सुरक्षा के मामले में हमारी साझेदारी से दोनों देशों के लोग खतरों से दूर रहेंगे।
मोदी ने कहा कि भारत, थाइलैंड से आने वाले और ज्यादा पर्यटकों का स्वागत करेगा। इसके लिए थाईलैंड के नागरिकों को भारत में दो बार प्रवेश के लिए ई-वीजा देने की भी घोषणा की ताकि बौद्ध पर्यटन के लिए आने वाले थाई नागरिकों को नेपाल के बौद्ध स्थल जाने में परेशानी न हो। मोदी ने कहा कि भारत के विकास और पूर्वोत्तर राज्यों से दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में संपर्क को आसान बनाना बड़ी प्राथमिकता है। इससे केवल कारोबार बढ़ेगा बल्कि लोगों के बीच संपर्क और विज्ञान, शिक्षा, संस्कृति पर्यटन के क्षेत्रों को भी बढ़ावा मिलेगा।