बिहार: DY CM ने अपराधियों से हाथ जोड़कर कहा- कुछ दिन शांत रहिए, तेजस्वी ने कसे तंज
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अजीबोगरीब बयान देकर सबको चौंका दिया है। उन्होंने अपने भाषण के दौरान अपराधियों से हाथ जोड़कर आग्रह किया है कि कुछ दिन एेसा मत कीजिए।
पटना [जेएनएन]। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार की जघन्य हत्या के एक दिन बाद ही अजीबोगरीब बयान दिया है। गया में पितृपक्ष मेले के उद्घाटन के मौके पर मोदी ने अपराधियों से आग्रह किया कि वे कम से कम अगले 15-16 दिनों तक शांति बनाए रखें।
उनके इस बयान पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तो ट्वीट कर यहां तक कहा दिया कि कुछ दिन बाद डिप्टी सीएम अपराधियों के चरणों में गिर कर शांति का निवेदन करेंगे।
सुशील मोदी ने अपने भाषण में कहा कि किसी भी बाहर से आने वाले व्यक्ति को शिकायत नहीं होनी चाहिए। मैं तो अपराधियों से भी हाथ जोड़ कर आग्रह करूंगा कि पितृ पक्ष में तो कम से कम छोड़ दीजिए। बाकी दिन तो मना करें न करें कुछ न कुछ करते रहते हैं। कम से कम अगले 15-16 दिनों में कोई ऐसा काम मत कीजिए, जिससे बिहार की प्रतिष्ठा औऱ गया की प्रतिष्ठा खराब हो।
उन्होंने आगे कहा कि और अगर आप एेसा करेंगे तो इतने सीसीटीवी लगे हैं और जवान तैनात हैं कि कोई बच के निकल नहीं पाएगा।
पितृपक्ष मेला के उद्घाटन के बाद उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी सीधे विष्णुपद स्थित भगवान श्रीहरि के चरण दर्शन करने को पहुंचे। उन्होंने श्रीहरि के चरण चिह्न पर पुष्पाजंलि अर्पित कर सूबे व देश में सुख, समृद्धि व शांति की कामना की।
अपराधियों को नसीहत के साथ चेतावनी भी
उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपराधियों को नसीहत के साथ चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि यह पावन मेला है, इसमें कोई ऐसा कार्य नहीं करे, जिससे यहां की परंपरा को चोट पहुंचे। साथ ही चेतावनी दी कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। कोई भी गलत काम करने का प्रयास किया तो बख्शे नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मेला को सफल बनाने में पंडा समाज का सबसे बड़ा योगदान है। इनके आवास में 50 हजार तक की संख्या में पिंडदानी रहते हैं, जो एक मिसाल है। उन्होंने दुकानदारों व शहरवासियों से दुकान व घर में डस्टबिन रखने का आग्रह किया।
करें अतिथि देवो भव: की संस्कृति का निर्वहन
उद्घाटन के समय मंचासीन मंत्री व अतिथियों ने शहरवासियों से अतिथि देवो भव: की संस्कृति का निर्वहन करते हुए पिंडदानियों की सेवा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह महासंगम है, जो बिना जन सहभागिता के सफल नहीं होगा। मंचासीन अतिथि ने पितृ महासंगम 'तर्पण' का लोकार्पण किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने की।