लीला व कौलेश्वरी का राज बना अंजना की मौत का कारण
गया। मानपुर पटवा टोली के अंजना हत्याकांड में सोमवार को एक नया खुलासा हुआ, जिसमें उसकी हत्
गया। मानपुर पटवा टोली के अंजना हत्याकांड में सोमवार को एक नया खुलासा हुआ, जिसमें उसकी हत्या की बात स्वीकार की गई है। शव को ठिकाने लगाने के लिए दस हजार रुपये लेने की भी बात कबूल की है।
पटवा टोली की कौलेश्वरी देवी ने कहा कि 31 दिसंबर को उसकी हत्या लीला पटवा के घर में की गई थी। कौलेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। अंजना पिछले साल 28 दिसंबर को गायब हो गई थी, जिसके बाद 6 जनवरी को उसका क्षत-विक्षत शव मिला था। पुलिस ने इसे ऑनर किलिंग बताते हुए उसके पिता और पिता के दोस्त लीला पटवा को गिरफ्तार कर लिया था। इससे समाज के लोग आक्रोशित हैं। आरोप है कि पुलिस ने कहानी गढ़कर सभी को फंसाया है, जिसके बाद कांड की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। इस बीच कौलेश्वरी के बयान से मामले ने फिर नया मोड़ ले लिया है।
-----------------------
कैसा था वह प्रगाढ़ संबंध
कौलेश्वरी ने लीला के साथ खुद का प्रगाढ़ संबंध बताया। इस बात को अंजना जान गई थी। 31 दिसंबर की रात जब नए साल के जश्न का शोर था, उसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को लीला के घर में बेड के नीचे छुपाकर रखा गया था। उससे दुर्गध आने लगी तो सेंट छिड़क दिया गया। उसने कहा कि शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे दस हजार रुपये देने की बात हुई थी। पांच जनवरी को घर से बोरा लाकर हाथ-पैर मरोड़कर शव उसमें डालकर लीला की मदद से बकसरिया टोला के समीप झाड़ी में फेंक दिया। बोरा को फल्गु नदी में जला दिया गया। उसने कहा कि अंजना के पिता भी पास खड़े थे। कौलेश्वरी ने बताया कि शव ठिकाने लगाने के लिए जो राशि तय हुई थी, उसका भुगतान नहीं हुआ है।
--------------------
लीला के घर कैसे पहुंची अंजना
कौलेश्वरी ने का कि अंजना सब कुछ जान गई थी। उसे बहला-फुसलाकर लीला के घर लाया गया। वहां अच्छा पकवान दिया गया। जब वह बाथरूम गई तो पानी के ग्लास में कुछ तरल मिला दिया। उसे पीने के बाद वह जमीन में छटपटाने लगी। कुछ देर में बेहोश हो गई। मौके का फायदा उठाकर लीला ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी।
---------------------
कौलेश्वरी तक कैसे पहुंची पुलिस
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि अंजना हत्याकांड का अनुसंधान बहुत बारीकी से चल रहा है। लीला पटवा और कौलेश्वरी के पति छत्रधारी पटवा के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई थी। इसकी कॉल डिटेल निकाली गई है। पुलिस 17 जनवरी को छत्रधारी को पूछताछ के लिए ले गई। उसने बताया कि मोबाइल का इस्तेमाल उसकी पत्नी कौलेश्वरी करती है। इसी आधार पर पुलिस ने 18 जनवरी को उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने सारा राज खोल दिया। उसने ही घटनास्थल लीला पटवा का घर बताया।
-----------------------
कहां से खरीदा गया था सेंट
एसएसपी ने बताया कि अंजना के शव से बदबू आने पर मानपुर बाजार से सेंट खरीदकर लाया गया। पुलिस ने दुकानदार से पूछताछ की। उसने बताया कि पांच जनवरी को एक वह महिला सेंट खरीदने आई थी। उसने सेंट की बड़ी शीशी खरीदी थी।
--------------------
तुराज व लीला का होगा डीएनए टेस्ट
एसएसपी ने बताया कि अंजना के कपड़े और लीला पटवा के घर की दीवार से एफएसएल ने खून का नमूना लिया था। उसकी जांच चल रही है। महिला के बयान के बाद अब पुलिस अंजना के पिता तुराज पटवा और दोस्त लीला पटवा के रक्त के नमूने को जांच के लिए भेजेगी। अगर तीनों नमूनों में मेल खाता है तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
-------------------
कई सवाल अब भी अनुत्तरित
-अंजना आखिर कौन-सा राज जानती थी। कौलेश्वरी के अनुसार लीला के साथ संबंध की बात पता भी चल गई तो उसका पिता हत्याकांड में सहयोगी क्यों बना?
-कौलेश्वरी के मुताबिक हत्या के पीछे का राज यह है तो इससे पहले अंजना के प्रेम प्रसंग का मामला कहां से आ गया? प्रेम प्रसंग की कहानी कहां से गढ़ी गई?
-लीला के घर में हत्या की गई तो उस समय उसकी पत्नी और घर के दूसरे सदस्य कहां थे? एक हत्या हो जाने और घर में इतने दिनों तक शव पड़े रहने के बाद यह चुप्पी कि किसी को पता नहीं चला?
-हत्या के बाद शव को पांच दिनों तक घर में कैसे रखा गया? जबकि अंजना की हर तरफ खोजबीन की जा रही थी। इस बीच लीला के घर कोई नहीं गया?
-हत्या में संलिप्तता कबूल किए जाने के बाद भी अब तक हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ है। वह हथियार कहां है? बहरहाल, मामले की जांच चल रही है।