ओमिक्रोन के खतरे को लेकर गया एयरपोर्ट पर किए गए खास इंतजाम, यात्रा से 72 घंटे पहले का RTPCR रिपोर्ट जरूरी
ओमिक्रोन की दस्तक से पूरी दुनिया दहशत में है। गया में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट पर अतिरिक्त मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। टीम में एक डाक्टर दो लैब टेक्नीशियन व दो स्वास्थ्य कर्मी को कोविड जांच के काम में लगाया गया है
गया, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया डरी हुई है। ओमिक्रोन के खतरे को लेकर गया प्रशासन पूरी तरह अलर्ट दिख रहा है। जिले में इसको लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट समेत बस पड़ाव, रेलवे स्टेशनों पर विशेष चौकसी रखी जा रही है। एयरपोर्ट पर पहले से एक मेडिकल टीम कोविड-19 की जांच के लिए लगी हुई थी। अभी राज्य स्तर से मिले निर्देश के बाद एक अतिरिक्त टीम को और लगाया गया है। टीम में एक डाक्टर, दो लैब टेक्नीशियन व दो स्वास्थ्य कर्मी को कोविड जांच के काम में लगाया गया है।
यात्रा से 72 घंटे पहले का आरटीपीसीआर रिपोर्ट होना जरूरी
डीपीएम नीलेश कुमार ने कहा कि एयरपोर्ट पर फ्लाइट से उतरने वाले सभी यात्रियों की यात्रा से 72 घंटे पहले का आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट देनी होगी है। जिनके पास नहीं होगा उनका सैंपल एयरपोर्ट पर ही ले लेने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही तत्काल वैसे यात्री की रैपिड एंटीजन किट से जांच करनी है। यात्री का विस्तृत ब्योरा पंजी में दर्ज करना है। इसके साथ ही गया में बाहर से आने वालों लोगों पर भी खास नजर रखी जा रही है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर भी कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही कोरोना वायरस को खतरे को कम करने के लिए लगातार टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है।
गया में एक दिन में लगे 78 हजार टीके
टीकाकरण महाअभियान में गया तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। बीते मंगलवार को हुए विशेष महाअभियान में रिकार्ड 78 हजार लोगों को टीका लगाया गया। सबसे बड़ी उपलब्धि दूसरे डोज को लेकर रही। महआभियान में 66 हजार लोगों ने दूसरा डोज का टीका लगवाया। राज्य स्तर की टीकाकरण रैकिंग में पहले नंबर पर सहरसा, दूसरे नंबर पर पुर्णिया, तीसरे नंबर पर गया, चौथे नंबर पर पटना व पांचवे नंबर पर मुंगेर है।