राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में श्रेया ने लहराया परचम, बन गई स्टेट टॉपर, दिया गया अवार्ड
सुपर 50 में स्थान बनाने में कामयाब रही श्री दुर्गा उच्च विद्यालय की छात्रा ऑनलाइन आयोजित राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में शामिल हुए थे तीन बाल वैज्ञानिक। बाल वैज्ञानिक के रूप में शामिल इन श्रेया का चयन स्टेट अवार्डी के रूप में चयन किया गया है।
जागरण संवाददाता, सासाराम। सच ही कहा गया है कि परिंदों को उडऩा सिखाया नहीं जाता...। इसी कहावत को सच कर दिखाया है ऑनलाइन आयोजित 28वीं राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में श्री दुर्गा उच्च विद्यालय की छात्रा श्रेया कुमारी ने। बाल वैज्ञानिक के रूप में शामिल इन श्रेया का चयन स्टेट अवार्डी के रूप में चयन किया गया है।
स्टेट अवार्डी श्रेया की माने तो कोई भी कार्य कठिन नहीं होता है। दृढ़ इच्छाशक्ति व जज्बा के आगे वह भी आसान हो जाता है और सफलता अवश्य मिलती है। उनका प्रयास होगा कि आगे भी सफलता हासिल कर जिले का नाम पूरे देश में रोशन करें। सायंस फॉर सोसायटी के जिला समन्वयक सह सेवानिवृत्त शिक्षक सुदामा पांडेय के अलावा विजेंद्र कुमार केसरी, पूर्व बाल वैज्ञानिक अजय कुमार समेत सोसायटी जुड़े अन्य सदस्यों ने उसे स्टेट अवार्डी बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
जिला समन्वयक के मुताबिक कोरोना महामारी के कारण इस बार बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन वर्चुअल तरीके से आयोजित की गई थी। राज्यस्तरीय बाल विज्ञान केंद्र के लिए जिले से तीन छात्रों को भेजा गया था। जिसमें श्रेया कुमारी ने रसोई घर में उपयोग किए गए समान को कृषि कार्य में इस्तेमाल पर परियोजना बनाई थी, जिसकी प्रशंसा राज्यस्तरीय निर्णायक मंडल के सदस्यों ने जमकर की।
2019 में जिले के पूजा, मानसी व खुशी तीन छात्रा स्टेट अवार्डी बनी थी। जिसमें से दो केरल के तिरूवंतपुरम में आयोजित पूजा व मानसी को राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेने का मौका मिला था। कहा कि उनका प्रयास है कि विज्ञान के क्षेत्र में जिले के लड़के-लड़कियां कुछ नवाचार करें, ताकि विज्ञान की महता को लोग जान सके।