बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष के साथ निकली अस्थि अवशेष शोभा यात्रा
गया। जयश्री महाबोधि विहार के 12 वार्षिकोत्सव के समापन पर रविवार को बोधगया की सड़कों पर बुद्धं श
गया। जयश्री महाबोधि विहार के 12 वार्षिकोत्सव के समापन पर रविवार को बोधगया की सड़कों पर बुद्धं शरणम् गच्छामि के जयघोष गूंजते रहे। तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का समापन भगवान बुद्ध व उनके दो शिष्यों अरहंत सारिपुत्त व महा मोग्गलान के अस्थि अवशेष के साथ आकर्षक शोभायात्रा निकालकर की गई। अस्थि अवशेष को प्रमंडलीय आयुक्त टीएन बिंदेश्वरी व महाबोधि सोसाइटी के महासचिव भंते पी शिवली थेरो ने आकर्षक ढंग से सजे तीन रथों पर सवार वियतनामी भिक्षुओं को सौंपे। उसके बाद शोभायात्रा 80 फीट बुद्ध प्रतिमा की ओर रवाना हुआ। यात्रा में शामिल बैंड की धुन से भी बुद्धं शरणम् गूंज रहे थे। हर रथ के साथ पंचशील ध्वज लिए श्रद्धालु व पारंपरिक वाद्ययंत्र का वादन करते लामा चल रहे थे। वियतनामी श्रद्धालु इस दौरान फूलों की वर्षा कर रहे थे। शोभायात्रा जब निकली तो कुछ देर के लिए यातायात व्यवस्था थम सी गई। लगभग दो घटे बाद जब यात्रा वापस महाबोधि सोसाइटी पहुंची तब यातायात सामान्य हुआ। शोभायात्रा की वापसी पर जयश्री महाबोधि विहार में अस्थि अवशेष को सुरक्षित रखा गया। शोभायात्रा में कई निजी स्कूल के बच्चे आकर्षक झाकी के साथ शामिल हुए। संध्या बेला में सोसाइटी परिसर को कैंडल लैंप से सजाया गया। देर रात सूत्त पाठ के साथ तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का समापन हो गया।