नवादा के अपहृत बच्चे की गया में निर्मम हत्या, दोनों आंख फोड़ चेहरे पर डाला तेजाब
आठ जनवरी को नवादा के अंशु का घर से बाहर खेलते वक्त अपहरण कर लिया गया था। मंगलवार को गया में बच्चे की लाश मिलने के बाद सनसनी फैल गई है। बच्चे की निर्मम हत्या की गई है। उसके दोनों आंखों को फोड़ दिया गया है।
संवाद सहयोगी, नवादा । नगर थाना क्षेत्र के आइटीआइ के समीप से अपहृत बालक अंशु कुमार का शव बरामद किया गया है। निर्मम तरीके से बालक की हत्या की गई है। दोनों आंख फोड़ दी गई है। कहा जा रहा है कि चेहरे पर तेजाब फेंका गया है। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गया से नवादा वापस लौटने पर पुलिस ने विस्तृत जानकारी देने की बात कह रही है। गया जिले के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र में एक पहाड़ी से शव मिला है। इसकी जानकारी मिलने पर नगर थाना की पुलिस व मृत बालक के स्वजन गया पहुंच गए हैं। वह आइटीआइ के समीप मोहल्ले के रहने वाले पेशे से ट्रक ड्राइवर सुनील कुमार का पुत्र था।
बता दें कि आठ जनवरी को घर के पास साइकिल चला रहा अंशु अचानक से गायब हो गया था। खोजबीन के क्रम में उसकी साइकिल सड़क किनारे मिली थी। तब उसके दादा देवशरण यादव ने नगर थाना में तीन लोगों के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बच्चे के अपहरण के बाद स्वजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सड़क पर प्रदर्शन भी किया था।
गौरतलब है कि जमीन की खरीद-बिक्री में विवाद को लेकर अपहरण का आरोप लगाया गया था। मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए स्वजनों ने नौ जनवरी को सड़क जाम किया था। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और तीनों नामजदों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। लेकिन पुलिस को इस मामले में कोई सफलता नहीं मिली और तीनों को पीआर बांड पर मुक्त कर दिया गया था। इधर शव बरामदगी के बाद परिवार में कोहराम मच गया। लोगों का रो रोकर बुरा हाल है। इधर, पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें कि बच्चे की बरामदगी के लिए एसआईटी का भी गठन किया गया था।
गौरतलब है कि ट्रक ड्राइवर सुनील ने बताया था कि वे वीआइपी कालोनी में एक कट्ठा जमीन बेच रहे हैं। इसको लेकर मोहल्ले के मनोज सिंह और बबलू सिंह से 45 लाख रुपये में जमीन का सौदा तय हुआ था। मृतक अंशु के पिता ने आरोप लगाया था कि 1 लाख 60 हजार रुपये के भुगतान के बाद से ही रजिस्ट्री करने का दबाव बना रहे थें। पिता ने यह भी आरोप लगाया था कि रजिस्ट्री नहीं करने परर उन दोनों ने ही मिलक अपहरण की घटना को अंजाम दिया है।