ओटीए के स्थानांतरण के खिलाफ राजनीतिक दल एकजुट, दिया धरना
ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले ओटीए स्थानांतरण के खिलाफ।
गया। ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले ओटीए स्थानांतरण के खिलाफ प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने एकजुट होकर रविवार को धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता समिति के संयोजक प्रो. विजय कुमार मिठु ने की। धरना में राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, छात्र-युवा संगठन, किसान-मजदूर व नागरिक शामिल हुए।
वक्ताओं ने कहा कि देश का तीसरा और बिहार का इकलौता संस्थान ओटीए है। जिसे गया से दूसरे जगह स्थानांतरण किया जा रहा है। धरना स्थल पर ओटीए के स्थानांतरण को रोकने और एनसीओ एकेडमी बिनापुड़ी जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल को यहां लाने की मांग को बुलंद की गई। वर्ष 1976 में सबसे पहले गया के अंतरराष्ट्रीय महत्व को देखते हुए रेल, सड़क, वायु तीनों मार्गो को बेहतर सुविधा होने के कारण सेना सेवा कोर केंद्र उतर की स्थापना की गई थी। वर्ष 2011 में उसे बंगलोर भेजकर ओटीए लाया गया था। अब इसे बंद करने की बातें करना बिहारवासियों के साथ नाइंसाफी होगी। वक्ताओं ने कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर गया ओटीए के स्थानांतरण को नहीं रोका गया तो 23 जनवरी 19 को मगध प्रमंडल के गया, जहानाबाद, औरंगाबाद, नवादा और अरवल को बंद कराने का निर्णय लिया गया।
इस मौके पर बेलागंज के राजद विधायक डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव, विधान पार्षद सह हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ. संतोष कुमार सुमन, महापौर गणेश पासवान, उप महापौर मोहन श्रीवास्तव, पूर्व विधायक ज्योति मांझी, कांग्रेस के सुमंत कुमार, आनंद गुप्ता, डिम्पल, हम पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद यादव, धीरेंद्र कुमार मुन्ना, जिलाध्यक्ष टूटू खान, सीताराम यादव, युवा लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कुमार, बेचन चंद्रवंशी, जदयू के रामलखन स्वर्णकार, विजय सिंह, वार्ड पार्षद मो.सईद, रेणुका पालित, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ.शारदानंद सिन्हा, सेंट्रल बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के राकेश भारद्वाज, मुकेश खंडेवाल, जिला पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष बैजू प्रसाद आदि ने सबोधित किया। समिति ने 11 सूत्री मांगों सं संबंधित ज्ञापन राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भेजा।