पुलिस अफसरों के लिए सिरदर्द बना बालू, अवैध खनन के विरुद्ध औरंगाबाद में चल रही ताबड़तोड़ छापेमारी
राज्य सरकार ने बालू का अवैध खनन करने वाले लोगों पर कानून का शिकंजा कसने को लेकर कई कड़े प्रावधानों की मंजूरी दी है। बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने और बालू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर पुलिस प्रशासन सजग दिख रहा है।
संवाद सूत्र, बारुण (औरंगाबाद)। बालू और शराब की बिक्री व तस्करी रोकना बिहार पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। लॉ एंड ऑर्डर एवं अपराध पर रोकथाम से ज्यादा पुलिस बल बालू-दारू के चक्कर में फंसे हैं। राज्य सरकार ने बालू का अवैध खनन करने वाले लोगों पर कानून का शिकंजा कसने को लेकर कई कड़े प्रावधानों की मंजूरी दी है। बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने और बालू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर पुलिस प्रशासन सजग दिख रहा है।
बताते चलें कि सरकार ने पर्यावरण के हितों को ध्यान में रखकर बिहार खनिज नियमावली को मंजूरी दी गई है। इस नियमावली में अवैध खनन में पकड़े जाने वाले व्यक्तियों को दो साल की सजा का भी प्रावधान है। लगातार छापेमारी अभियान के बाद भी बालू माफिया चोरी छिपे अवैध कारोबार से बाज नहीं आ रहे हैं। लेकिन प्रशासन भी पीछे नहीं हट रही है और लगातार कार्रवाई भी कर रही है। इसी कार्रवाई के दौरान बारुण में एसडीपीओ गौतम शरण के नेतृत्व में खनन विभाग के खान निरीक्षक आजाद आलम, थानाध्यक्ष धनंजय शर्मा एवं सशस्त्र बलों के द्वारा सोमवार की रात छापेमारी कर कई ट्रकों को बालू सहित पकड़ा गया है।
सदर एसडीपीओ गौतम शरण ने बताया कि सोननदी से हो रही अवैध खनन की शिकायत मिली। जिसे लेकर बारुण के विभिन्न बालू घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान कर्मकिला बालू घाट के समीप से अवैध बालू लदे छह ट्रकों को जब्त किया गया है। छापेमारी की भनक मिलते ही और रात्रि का लाभ उठाकर चालक और सहचालक ट्रक छोड़कर भाग निकले। कहा कि प्रशासन सख्त है और अवैध कारोबार को रोकथाम के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाए जा रहें हैं और कार्रवाई भी हो रही है।
बताया कि अवैध बालू खनन में शामिल वाहनों को जब्त किया जाएगा। साथ ही अवैध बालू खनन करने वाले माफियाओं से संबंधित अधिकारी द्वारा बालू की रॉयल्टी की 25 गुनी राशि जुर्माने के रूप में वसूली जाएगी। इसके अलावा अवैध बालू खनन के दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई भी होगी।