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मीजल्स और रूबेला से बचाव को टीकाकरण आज से

मीजल्स, रूबेला जैसे संक्रमित बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरु कर दी है। जिले भर में मंगलवार से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत शताब्दी पब्लिक स्कूल में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 08:37 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 08:37 PM (IST)
मीजल्स और रूबेला से बचाव को टीकाकरण आज से
मीजल्स और रूबेला से बचाव को टीकाकरण आज से

गया । मीजल्स, रूबेला जैसे संक्रमित बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरु कर दी है। जिले भर में मंगलवार से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत शताब्दी पब्लिक स्कूल में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह करेंगे। 9 माह से 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। इस उम्र के गया जिले में 16 लाख 30 हजार बच्चों को टीकाकरण करने का लक्ष्य है। प्रथम चरण में पांच सप्ताह तक टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, पीएचसी, अनुमंडल व जिला मुख्यालय के अस्पतालों में लाखों बच्चों को टीके लगाए जाएंगे।

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टीकाकरण का लाभ

मीजल्स, रूबेला (एमआर) टीका जो दीर्घकालिक प्रतिरक्षा देता है। खसरा टीकाकरण सीधे अंडर फाइव चाइल्ड डेथ में कमी और संयोजन के साथ योगदान देता है। दोनों बीमारी को अत्याधिक प्रभावी टीके द्वारा रोका जा सकता है।

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इन्हें लगाया जाएगा टीका

-सभी बच्चे जिन्होंने 9 महीने की आयु पूरी कर ली है और वे 15 वर्ष से कम उम्र के हैं।

- जन्म के बाद से 180 महीनों तक (अपने पंद्रहवें जन्मदिन तक नहीं पहुंचे हैं) टीका लगाया जाना है।

-अगर पूर्व में भी मीजल्स रूबेला/ एमएमआर का टीका ले चुके हैं। यह टीका उन्हें खसरा रूबेला के विरुद्ध लड़ने में मददगार होगा।

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एमआर वैक्सीन

की अतिरिक्त खुराक

-लक्ष्य आयु समूह के प्रत्येक बच्चे को हमेशा एमआर वैक्सीन की खुराक मिलनी चाहिए, भले ही बच्चे को पहले टीका लगाया गया हो।

-बच्चे के खसरा/रूबेला होने के इतिहास के साथ बच्चे को भी टीका लगाया जाना चाहिए।

-कुपोषित बच्चों को प्राथमिकता।

-हल्के श्वसन संक्रमण, दस्त और कम ग्रेड बुखार जैसी छोटी बीमारियों वाले बच्चे को हमेशा टीका लगाया जाना चाहिए।

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इन्हें नहीं लगेगा टीका

- अगर कोई बच्चा तेज बुखार से पीड़ित अथवा कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित हो या फिर बेहोशी की हालत, दौरे पड़ता हो।

-अस्पताल में भर्ती हो।

-पूर्व में खसरा-रूबैला टीका के कारण गंभीर एलर्जी की समस्या उत्पन्न हुई हो।

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इन जगहों पर टीकाकरण

-सरकारी अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में टीका लगाया जाएगा।

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टीकाकरण के आंकड़ा

टीकाकरण का लक्ष्य-1625808

स्कूली बच्चे - 883785

बाहरी बच्चे - 742023

निर्धारित स्थल- 9010

मोबाइल वैन के जरिए- 207

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संक्रमित बीमारी खसरा से मुक्त बनाने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है। अभियान की तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रारंभिक दौर में डेढ़ लाख वायल मंगाए गए हैं। जरूरत के अनुसार वायल मंगाया जाएगा। टीकाकरण स्थल तक सभी सामग्री पहुंचा दी गई है।

डॉ. सुरेंद्र चौधरी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, गया


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