आधी आबादी के लिए हो संसद व विधानसभा में आरक्षण
फोटो- जागरण के चुनावी चौपाल में इनरव्हील क्लब की सदस्यों ने रखे विचार महिला सुरक्षा पर और ध्यान देने की जरूरत जागरण संवाददाता बोधगया
गया । महिलाओं को आज भी आबादी के अनुपात में राजनीतिक हक नहीं मिला है। यह बड़ी समस्या है। संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का विधेयक आज तक लटका हुआ है।
दैनिक जागरण के चुनावी चौपाल में इनव्हील क्लब, बोधगया की सदस्यों ने इस मुद्दे को प्राथमिकता में रखते हुए अपनी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान खुद बना रही हैं। उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए थाना स्तर पर महिला सेल गठित करने की जरूरत है, क्योंकि वे घरेलू हिसा का शिकार हो रही हैं। सदस्यों ने परिचर्चा में घर से लेकर खेतीबारी, शिक्षा, चिकित्सा, सुरक्षा जैसे मुद्दे पर अपनी राय रखी। क्लब की अध्यक्ष डॉ. सरिता वर्मा ने कहा कि महिलाओं के लिए संसद में आरक्षण लागू कर दिया गया तो निश्चय ही देश में बदलाव दिखेगा। किसान हित में और निर्णय लिए जाने की जरूरत है। किसानों के लिए अनाज के उचित भंडारण की व्यवस्था होनी चाहिए। लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित होनी चाहिए। अधिवक्ता डॉ. संगीता शरण ने कहा कि सरकार ने छात्राओं के लिए स्कूली शिक्षा निश्शुल्क कर दी, लेकिन उच्चत्तर शिक्षा में यह केवल घोषणा भर है। इसे अमल में नहीं लाया जा रहा। वीणा सिन्हा ने कहा कि सरकार को बजट में घरेलू उपयोग की सामग्री को सस्ता करना चाहिए। बाजार में उपलब्ध फूड पैकेट की निगरानी व जांच की जरूरत है। पूनम गुप्ता कहती हैं कि हर बार गैस की कीमत बढ़ा दी जाती है, इससे परिवार पर आर्थिक बोझ बढ़ता है। सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो आयुष्मान योजना लागू की है, उससे मध्यमवर्गीय परिवारों को जोड़ना चाहिए। सरकार इसके लिए एक टोकन मनी की व्यवस्था करे और आजीवन चिकित्सा की व्यवस्था हो। परिचर्चा में सदस्या हर्षा सिन्हा, अंजू गुप्ता, आशा चौहान आदि ने भी अपने विचार रखे।