जुलूस निकाल सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने पर 500 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी
-प्रशासन को मिले वीडियो फुटेज के आधार पर होगी अग्रिम कार्रवाई -संगठनों ने नारेबाजी पर जताई आपत्ति राष्ट्रद्रोह के मुकदमे की मांग -नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में निकाला गया था जुलूस ------------------ जागरण संवाददाता गया
गया । नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के विरोध में शुक्रवार को निकाले गए जुलूस के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने 500 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। प्रशासन को मिले वीडियो फुटेज के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।
एसडीओ सतेंद्र प्रसाद ने बताया, शुक्रवार को मुस्लिम फ्रंट के जुलूस में शामिल कुछ लोगों द्वारा मिर्जा गालिब कॉलेज से लेकर आयुक्त कार्यालय व अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की गई। दंडाधिकारी के बयान पर सिविल लाइन थाने में 500 अज्ञात लोगो पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं, मुस्लिम फ्रंट व मुस्लिम संगठनों की ओर से निकाले गए जुलूस में हंगामे व तोड़फोड़ की घटना को लेकर कई राजनीतिक व सामाजिक संगठन निंदा की। श्रीरामनवमी पूजा समिति ने जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें जुलूस में शामिल लोगों द्वारा मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के विरुद्ध असंसदीय भाषा के प्रयोग व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ भाजपा नेत्री व परिवार पर जानलेवा हमले व दुर्व्यवहार के आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की गई है। संगठन ने आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी करने और राष्ट्रद्रोह के तहत मुकदमा पंजीकृत कराने को कहा है। इस शिष्टमंडल में क्षितिज मोहन सिंह कार्यकारी अध्यक्ष रामनवमी पूजा समिति, संगठन महामंत्री ओमप्रकाश सिंह, महामंत्री मणिलाल बारिक, मंत्री मनीष सिंह, प्रताप सिंह, रामकुमार बारी, शशिकांत मिश्रा, विश्वजीत कुमार एवं चंदन भदानी आदि शामिल थे।
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मुस्लिम विरोधी कानून नहीं : विधान पार्षद
विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह उर्फ कुमार बाबू ने कैब पर कहा कि यह कानून हिदुस्तान के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। इस कानून के लागू होने से पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को राहत मिलेगी। भारत के मुसलमान ज्यादा सुरक्षित हैं। उन्होंने भाजपा नेत्री पर हमले की निंदा कर अविलंब कार्रवाई की मांग की है। -------
जुलूस निकालने की मैंने नहीं दी अनुमति : एसडीओ
जुलूस निकालने की अनुमति देने पर उठ रहे सवालों पर एसडीओ सतेंद्र प्रसाद ने कहा, जुलूस से जुड़े लोग अनुमति लेने आए थे। यह कहते हुए अनुमति नहीं दी गई कि यहां से केवल स्टैटिक कार्यक्रम के लिए अनुमति दी जाती है। अब तो पुलिस ही बताएगी कि किसकी अनुमति पर जुलूस निकाला गया।
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पुलिस का कार्य विधि-व्यवस्था
बनाए रखना : एसएसपी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा, कोई भी जुलूस के दौरान विधि व्यवस्था का संधारण करना पुलिस का कार्य है। शुक्रवार को निकाले गए जुलूस में पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों को लगाया गया था। निश्चित तौर पर जुलूस की अनुमति एसडीओ कार्यालय से ही दी गई है।