श्रीराम जन्मभूमि पर इसी वर्ष होगा मंदिर निर्माण
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री मिलिंद परांडे ने सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा कि राम मंदिर का र्निमाण होगा।
गया। विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री मिलिंद परांडे ने सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए देशव्यापी मंत्र, जप व अनुष्ठान का शुभारंभ वासंती नवरात्र में किया गया है। मंदिर निर्माण इसी साल शुरू होगा।
संगठन धर्मसंसद में लिए गए निर्णय के अनुरूप काम कर रहा है। निर्णय के अनुरूप श्रीराम ज्योति यात्रा, अनेक संत यात्राएं, सर्वदेव अनुष्ठान, विजय महामंत्र आदि कार्यक्रम पूर्व में संपादित किए गए हैं। इसी क्रम में द्विमासिक त्रयोदश माला जप, श्रीहनुमान चालीसा का एकादश पाठात्मक अनुष्ठान आदि फलदायी सिद्ध हुए हैं। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। एक बार पुन: देश भर के लगभग ढाई हजार संतों ने उडुपी में नवंबर में धर्मसंसद आयोजित कर धार्मिक अनुष्ठान का निर्णय लिया है। संतों ने हिंदू समाज से चैत्र शुक्ल पक्ष में 14 दिनों तक प्रतिदिन 5 मिनट का समय देकर अपनी श्रद्धा के अनुरूप किसी भी देवी-देवता के मंत्र की एक माला के जाप का आग्रह किया है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष, सृष्टि के प्रथम दिवस की नवरात्रि की कलश स्थापना हो गई है। चैत्र पूर्णिमा यानी हनुमान जयंती 31 मार्च को संपन्न होगी। इसी क्रम में भगवान श्रीराम के अवतार का शुभ दिवस श्रीरामनवमी भी है। उन्होंने 31 मार्च को किसी भी मंदिर में महाआरती करने का आह्वान किया। उन्होंने एक प्रश्न पर कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर इसी वर्ष मंदिर निर्माण का कार्य होगा। इस पुनीत कार्य में संत लगे हैं। संतों के निर्देश पर कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में जिन पत्थरों का उपयोग होना है, वैसे सभी पत्थर अयोध्या पहुंच चुके हैं। पत्थर पर कलात्मक नक्काशी का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के अलावा कहीं भी यह स्वीकार नहीं होगा। सभी मत पंथ व संप्रदायों के संतों का सुविचारित मत है कि यह जप अनुष्ठान निश्चित रूप से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की सारी विध्न बाधाओं को दूर कर सफलता प्रदान करेगा। इस मौके पर विहिप के आशीष अग्रवाल, प्रेमनाथ टईया व संत श्रीश्री सियाशरण दास महात्यागी आदि मौजूद थे।