पोस्टल बैलेट में मतदान कर्मियों की उदासीनता, 5 हजार भी नहीं पहुंचा वोटिंग का आंकड़ा
गया जिले में विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान में मतदान कर्मियों की उदासीनता दिखी। 15 हजार से अधिक कर्मियों में से केवल 4299 ने ही मतदान किया। निर्वाचन आयोग जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है, फिर भी कर्मियों की रुचि कम रही। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के घर जाकर मतदान कराया गया, और सर्विस मतदाताओं को पोस्टल बैलेट भेजे गए।
-1762007340616.webp)
पोस्टल बैलेट में मतदान कर्मियों की उदासीनता
जागरण संवाददाता, गयाजी। बिहार विधानसभा आम निर्वाचन में गया जिला के 10 विधानसभा में लगाए गए मतदान कर्मियों के लिए जिला स्कूल में पोस्टल बैलेट से मतदान करने के लिए 22 मतदान केंद्र पर मतदान कराया गया। तीन दिनों में मतदान कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से मतदान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
शनिवार को तीसरा दिन मतदान करने का कार्य समाप्त हुआ है। सरकारी आंकड़ा पर गौर करें तो दो दिन यानि 30 एवं 31 अक्टूबर को मात्र 4299 मतदान कर्मियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है, जबकि एक नवंबर को हुए मतदान का डाटा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
दो दिनों में 4299 कर्मी ने मत डाले
कार्मिक कोषांग द्वारा बताया गया कि 10 विधानसभा में 15 हजार 970 मतदान कर्मी को लगाया गया है। इसमें से दो दिनों में 4299 कर्मी ने मत डाले हैं, करीब 10 हजार कर्मियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है। अब इतनी संख्या में कर्मियों को दुबारा मत डालने का समय नहीं मिलेगा।
सरकारी सेवक रहने के बाद भी मतदान से इतनी संख्या में कर्मचारी वंचित रह गए हैं। एक तरफ जहां भारत निर्वाचन आयोग मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए लगातार क्षेत्र में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, वहीं, उनके सरकार कर्मी ही मतदान करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
घर जाकर पोस्टल बैलेट से मतदान कराया
वहीं, जिले के 10 विधानसभा में दिव्यांग और 85 बुजुर्ग 239 मतदाताओं के घर जाकर पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कराया गया है। यह डाटा भी 31 अक्टूबर तक है। वहीं दूसरी ओर से गया के रहने वाले सर्विस मतदाता जो बिहार से बाहर दूसरे प्रदेश में रहते हैं।
वैसे 8071 सर्विस मतदाताओं पोस्टल बैलेट भेजा गया है। इसमें 31 अक्टूबर तक गया जिले के अलग-अलग विधानसभा का 151 पोस्टल बैलेट डाक के माध्यम से प्राप्त हुए। पोस्टल बैलेट 14 नवंबर मतगणना से पहले जिला मुख्यालय को प्राप्त होना है। तभी उस पोस्टल बैलेट की गिनती होगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।