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बिहार: गया में अंजना की निर्मम हत्या का बड़ा खुलासा, अपनों ने ही काटी थी गर्दन

गया जिले के पटवा टोली में 16 साल की लड़की की निर्मम हत्या का खुलासा करते हुए एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि बच्ची को अपनों ने ही मार डाला था और क्षत-विक्षत शव को फेंक दिया था।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 06:56 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 07:51 PM (IST)
बिहार: गया में अंजना की निर्मम हत्या का बड़ा खुलासा, अपनों ने ही काटी थी गर्दन
बिहार: गया में अंजना की निर्मम हत्या का बड़ा खुलासा, अपनों ने ही काटी थी गर्दन

गया, जेएनएन। बिहार का पटवाटोली गांव अपनी बेटी की मौत पर सदमे में है। 28 दिसंबर से पटवा बुनकर की बेटी अंजना गायब थी। छह जनवरी की सुबह उसका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ था। इस हत्याकांड पर से पर्दा हटाते हुए आज एसएसपी राजीव मिश्रा ने बड़ा खुलासा किया है। मिश्रा ने बताया कि अंजना की मौत के लिए पूरी तरह उसका अपना परिवार ही जिम्मेदार है। 28 दिसंबर को लापता हुई अंजना 31 दिसंबर को घर लौट आई थी।

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अंजना की मां और बहन के कन्फेशन के आधार पर एसएसपी राजीव मिश्र ने बताया कि अंजना के माता-पिता को पता था कि अंजना किस लड़के के साथ गई है। उसके माता-पिता द्वारा ही उस लड़के के साथ दुबारा भेजे जाने का सनसनीखेज खुलासा एसएसपी ने किया है।

इस घटना के बाद पूरे पटवा समाज ने आंदोलन करके प्रशासन पर हत्यारों तक पहुंचने के लिए दबाव बनाया। हजारों की संख्या में लोगों ने मौन जुलूस और कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया।

चर्चित अंजना हत्याकांड पर एसएसपी राजीव मिश्रा ने चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अंजना हत्याकांड पूरी तरह ऑनर किलिंग का मामला बनता है। अंजना हत्याकांड मामले में कोई यह सोच भी नहीं सकता कि उसकी निर्मम हत्या में उसके अपने परिवार वाले शामिल हैं।

पहले भी पटवा समाज ने समाज के खिलाफ बगावत करने वाले के खिलाफ कई बार फतवा जारी किया है। इस बार भी समाज से बाहर अंजना के संबंध को पटवा समाज के लोगों ने बर्दाश्त नहीं किया। अंजना को इसकी सजा अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी।

उन्होंने बताया कि यह मामला पूरी तरह ऑनर किलिंग का है। मिश्रा ने बताया कि अंजना के पिता ने बताया था कि 28 दिसंबर की रात में अंजना के लापता होने के बाद चार तारीख को गया के बुनियाद गंज थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था। अंजना के माता-पिता पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराना चाहते थे। अंजना 31 दिसंबर को वापस आ गई थी।

मिश्रा ने बताया कि अंजना की मां और बहन के कन्फेशन रिकॉर्ड में इन बातों का खुलासा किया गया है. 31 दिसंबर को अंजना के पिता ने लड़के को बुलाकर अंजना को उसके साथ भेज दिय था. फिर छह जनवरी को अंजना का शव मिलने की खबर पुलिस को मिली.

पुलिस ने बताया कि अंतिम बार 31 दिसंबर को अंजना को जीवित अवस्था में उसके परिवार वालों के साथ देखा गया था. बहरहाल पुलिस अंजना के परिवार के तीन सदस्यों सहित हत्या में शामिल एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

एसएसपी मिश्रा ने बताया कि लाश को देखने से प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीन-चार दिन पहले अंजना की हत्या कर दी गई थी. पुलिस पूरे मामले को ऑनर किलिंग के दृष्टिकोण से खंगाल रही है. एसएसपी मिश्रा ने दावा किया है कि अंजना हत्याकांड पर से पूरा पर्दा शीघ्र ही हट जाएगा.

अंजना को इंसाफ दिलाने और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पटवा टोली स्थित उद्योग नगरी बुधवार को बंद रही। पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा लोग दुर्गा स्थान में एकत्र हुए और वहां से गया शहर के टावर चौक तक कैंडल मार्च निकाला। इसमें सैकड़ों की संख्या में महिला और बच्चे भी शामिल थे।

सभी के हाथों में 'अंजना के हत्यारों को गिरफ्तार करो, 'मामले की सीबीआइ जांच हो' आदि नारे लिखित तख्तियां थीं। सभी एक सुर में कह रहे थे कि बेटी कोइंसाफ चाहिए। बेटी का यही हश्र हुआ तो मां की गोद बेटियों के लिए तरस जाएंगी। इस तरह से घर के पास से बेटी को अगवा कर हत्या करना चिंताजनक है।

विदित हो कि मानपुर के पटवा टोली के पेहानी मोहल्ले से 28 दिसंबर को तुराज प्रसाद उर्फ नीमा पटवा की 16 वर्षीय पुत्री अंजना कुमारी घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने इसकी प्राथमिकी 4 जनवरी को बुनियादगंज थाने में दर्ज कराई। 6 जनवरी को घर से कुछ ही दूरी पर बकसरिया टोले की झाड़ी से अंजना का सिर कटा शव बरामद हुआ। 


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