अधूरे काम के लिए पीएम ने बिहार की जनता ने मांगा एक और मौका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई और गया की विशाल सभाओं से बिहार में अपने चुनावी अभियान की शुरूआत करते हुए विपक्ष को आतंकवाद का संरक्षक बताते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला।
सुभाष पांडेय, गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई और गया की विशाल सभाओं से बिहार में अपने चुनावी अभियान की शुरूआत करते हुए विपक्ष को आतंकवाद का संरक्षक बताते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिजली और विकास के अन्य क्षेत्रों में किए गए कामों की जमकर तारीफ की। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री तो मैं भी रहा हूं लेकिन नीतीश कुमार का जवाब नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी गया में एक घंटे तक मंच पर रहे, लेकिन जनता खासकर युवाओं के साथ लय और ताल में उनका संवाद इस बात की गवाही दे रहा था कि उनकी लोकप्रियता का जादू लोगों के सिर माथे पर अभी भी बरकरार है। संवाद की इसी शैली में मोदी ने लोगों से पूछा आपके इस चौकीदार ने पांच साल में आपके लिए बहुत कुछ किया है। क्या आप उसके इस काम से संतुष्ट है। भीड़ की खुश होने की आवाज पर मोदी ने पूछा - तब तो इस चौकीदार को बाकी काम को पूरा करने के लिए एक मौका और मिलेगा। भीड़ से झाल-मजीरों के साथ मोदी मोदी की आवाजें 2014 के लोकसभा चुनाव के माहौल से कहीं भी कमजोर नहीं लग रही थी।
मोदी ने कहा देश और दुनिया में दो तरह के लोग ही इस चौकीदार से परेशान है। एक महामिलावटी लोग और दूसरे आतंकवाद को संरक्षण देने वाले। महामिलावटी से उनका तात्पर्य उनको हटाने के अभियान में जुटे दलों का महागठबंधन। प्रधानमंत्री ने सवाल किया, सात जुलाई 2013 को गया में क्या हुआ था? 2014 से पहले गया, हैदराबाद, अयोध्या, काशी, जम्मू और देश के अन्य शहरों में बम के आए दिन धमाके हो रहे थे। देश में चारों ओर डर का माहौल बनाने का काम होता था। लेकिन मई 2014 के बाद क्या हुआ? कहां गए हूजी और मुजाहिदीन और लश्करे तोयबा के लोग। यह किसने बंद कराया। भीड़ से आवाज आती इसके पहले प्रधानमंत्री बोले-यह काम आपके वोट ने किया। वोट में वह ताकत है जो यह सब बदल सकता है। उन्होंने पूछा पांच साल में क्या बदला। फिर खुद ही जवाब दिया-रीति बदली-नीति बदली। सब कुछ आपके सामने है।
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीतियों के चलते ही देश में आतंकवाद ने जड़े मजबूत बनाई। समझौता एक्सप्रेस का क्या हुआ था? आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस ने ऐसी ही लड़ाई लड़ी। प्रधानमंत्री ने कहा अब चौकीदार आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तो यह लोग चौकीदार को गालियां दे रहे हैं। नक्सलियों को भी लाजिस्टिक सपोर्ट देने वाले भी यही लोग हैं। नौजवानों का भड़काने का काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा चौकीदार से, चायवालों से सफाईवालों यानी हर काम करने वालों से महामिलावटी वाले परेशान है। दशरथ मांझी जैसे मेहनतकश की यह धरती ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी।
मोदी ने कहा एक जमाना था बिहार के आधे गांव अंधेरे में डूबे थे।हर घर में बिजली देना कोई आसान काम नहीं है। नीतीश कुमार और उनकी टीम को इसके लिए लाख लाख बधाई।
गया में पानी के संकट के मर्म पर हाथ रखते हुए मोदी ने उत्तर कोयलकारो परियोजना का भी जिक्र किया। कहा 72 में कांग्रेस ने शुरू किया। पैतालिस साल तक कोई काम नहीं हुआ। अब हमने काम शुरू किया है। 45 करोड़ खर्च होने थे। बढ़कर 2500 करोड़ खर्च करने पड़ रहे हैं।
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