पुण्यतिथि पर औरंगाबाद में लोगों ने सुषमा स्वराज को किया याद, कहा- प्रखर वक्ता के साथ ओजस्वी नेत्री थीं
सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं। देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि उन्हीं के नाम है। वर्ष 2009 से 2014 तक लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में सुषमा स्वराज ने प्रभावी भूमिका निभाई।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। दिल्ली की मुख्यमंत्री (CM Delhi) रहीं व पूर्व केंद्रीय मंत्री (Central Minister) सुषमा स्वराज को दूसरी पुण्यतिथि पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम शहर के क्लब रोड स्थिति भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रो. आशा कुमारी के आवास पर आयोजित की गई।
अध्यक्षता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने की। सबसे पहले भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। वंदे मातरम गान के बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई। संचालन प्रो. आशा कुमारी ने किया। सभी ने कहा कि सुषमा स्वराज प्रखर वक्ता के साथ ओजस्वी नेत्री थीं। प्रभावी राजनेता के साथ कुशल प्रशासक मानी जाती थीं। पुरुषोत्तम ने कहा कि सुषमा स्वराज सात बार सांसद रहीं।
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तीन बार विधानसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की और दिल्ली की सीएम बनीं। वह दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं। देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि उन्हीं के नाम है। वर्ष 2009 से 2014 तक लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में सुषमा स्वराज ने प्रभावी भूमिका निभाई। पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रदेव यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुनील शर्मा एवं टूना गुप्ता ने कहा कि सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी के अलावा विपक्षी दलों के बीच भी स्वीकार्य थीं।
अंबाला के सनातन धर्म कालेज से संस्कृत और राजनीति विज्ञान में स्नातक उपाधि प्राप्त की। 1970 में उन्हें अपने कालेज में सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से सम्मानित किया गया था। वे तीन साल तक लगातार एसडी कालेज छावनी की एनसीसी की सर्वश्रेष्ठ कैडेट रहीं। वे नहीं रहे परंतु उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा याद किए जाएंगे। भाजपा नेता सुनील सिंह, विनोद कुमार सिंह, राकेश कुमार देवता, जदयू नेता अमर उजाला, रघुनाथ राम, वीरेंद्र कुमार सिंह, सतेंद्र प्रसाद सिन्हा, रीता सिन्हा, गीता सिंह, कांति देवी, पंडित जयकिशोर मिश्रा, दीपक कुमार उपस्थित रहे।