नल-जल योजना का पाइप बिछाने के लिए तोड़ दी पीसीसी सड़क, अब मरम्मत कराने पर नहीं है ध्यान
सरकार की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में सरकार के कर्मी व अधिकारी ही बाधक बने हुए हैं। कैमूर में नल-जल योजना का पाइप बिछाने के लिए बनी-बनाई पीसीसी सड़क तोड़ दी गई। लेकिन अब उसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही।
संवाद सूत्र, भगवानपुर (कैमूर)। सरकार एक तरफ सात निश्चय योजना के तहत सभी वार्ड के हर घर तक नल का जल पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही है। लेकिन नल जल योजना का कार्य कराने वाले लोग इस रास्ते में बाधा बने हुए हैं। भगवानपुर प्रखंड में तो कुछ ऐसा ही मामला देखने को मिल रहा है। पीएचइडी कई जगहों पर कार्य करा रहा है। लेकिन उसे आधा अधूरा छोड़ दिया गया। स्थिति देखकर लगता भी नहीं कि इसे पूरा कराने के लिए अब विभाग कोई पहल कर रहा। इसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं।
पीसीसी सड़क तोड़ दी लेकिन नहीं कराई मरम्मत
भगवानपुर प्रखंड की रामगढ़ पंचायत में वार्ड नंबर 7, 8, 9, 10 और 11 में पीएचइडी ने सड़क की ढ़लाई तोड़कर नल-जल योजना का कार्य किया था। लेकिन तोड़ी गई सड़क की आज तक मरम्मत नहीं की गई। ऊपर से वहां नल-जल की पाइप से पानी का रिसाव होता है। यह पानी सड़क पर जमा हो जाता है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क की स्थिति क्या होगी। वहां गंदगी का अंबार हो जा रहा है। इससे ग्रामीणों को कई तरह की परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने वार्ड सदस्य, मुखिया के साथ कई बार संबंधित विभाग के पदाधिकारी से कार्य पूरा कराने का आग्रह भी किया। लेकिन उसका कोई असर किसी पर नहीं हुआ। आज भी सड़क की स्थिति वैसी ही है।
बीडीओ की बात भी नहीं सुनता विभाग
आमलोगों की बात तो दूर पीएचईडी के लोग बीडीओ की बात भी नहीं सुनते। इस संबंध में बीडीओ मयंक कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों व मुखिया तथा वार्ड सदस्यों से कई बार कार्य पूरा नहीं होने की शिकायत मिली है। पीएचइडी को शिकायत दूर करने का निर्देश भी दिया गया है। इसके बाद भी विभाग पूरी तरह सुस्त पड़ा है। वहीं पीएचइडी की जेई रेखा कुमारी ने कहा कि अधूरे कार्य की शिकायत मिली है। शीघ्र उसे पूरा कराया जाएगा।