चौरिया गाव में नल जल योजना की बो¨रग से हो रहा पटवन
गया। मंगलवार को जिला पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह बाराचट्टी प्रखंड मुख्यालय, काहुदाग पंचायत मुख्यालय
गया। मंगलवार को जिला पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह बाराचट्टी प्रखंड मुख्यालय, काहुदाग पंचायत मुख्यालय तथा इसी पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजनाओं की जाच की। इस दौरान चौरिया गाव में डीएम ने निरीक्षण में पाया कि हर घर जलापूर्ति पाईप तो पहुंच गया है पर पानी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा। ग्रामीणों की इस शिकायत पर डीएम जब बो¨रग स्थल के पास पहुंचे तो यहां मुखिया दीनानाथ प्रजापत ने बताया कि बो¨रग से खेत में लगी फसलों का पटवन भी किया जाता है। ग्रामीणों ने बताया बो¨रग निजी भूमि पर की गई है। डीएम ने गंभीरता से लेते हुए पाच दिनों के अंदर चौरिया के हर घर में पानी पहुंचाने का निर्देश दिया। मौके पर वार्ड क्रियान्वयन समिति की संचिका की जांच में पाया कि कार्यादेश पर अध्यक्ष व सचिव का हस्ताक्षर तो हैं पर योजना से संबंधित कुछ भी लिखे नहीं थे, जो या तो योजनाओं में घोटाला या फिर इसके साथ छेड़छाड़ की संभावना दर्शा रही थी।
इसके बाद प्रखंड मुख्यालय स्थित कृषि भवन में मुखिया तथा पंचायत समिति सदस्यों के साथ बैठक कर डीएम क्षेत्र की समस्याओं से अवगत हुए। डीएम ने सात निश्चय योजना में मुखिया के महत्व को समझाया। उन्हें सप्ताह में दो दिन योजनाओं के अनुश्रवण करने की बात कही। जिसकी रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय को देने की बात कही। योजनाओं की राशि जल्द खर्च करने की बात कही। डीएम ने कहा तय मानक के अनुरुप बो¨रग व सामग्रियों के उपयोग नहीं होने की शिकायत पर मुखिया और वार्ड क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष व सचिव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। काहुदाग के पंचायत समिति सदस्य ने डीएम से शिक्षा की बदहाली की शिकायत की। मुखिया दीनानाथ प्रजापत ने पडेया स्कूल को गजरागढ़ में तीन किमी दूर संचालित होने से हो रही परेशानी से डीएम को अवगत कराया। तुलसी पासवान ने बीबी पेसरा मध्य विद्यालय के उत्क्रमित होने के बाद भवन नहीं बनने की बात कही। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण में गायब कर्मियों के वेतन पर रोक लगाने का निर्देश दिया। निरीक्षण व जांच के क्रम में डीएम के साथ जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुनील कुमार, अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी अनुग्रह नारायण सिंह, बीडीओ पंकज कुमार, सीओ कैलाश महतो, पीओ कैफी, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शिवशंकर झा सहित कई कर्मचारी भी थे।