खतरे में है संविधान, सांप्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेकें : तेजस्वी
देश का संविधान खतरे में है। सांप्रदायिक शक्तियां हावी हैं। देश में बेरोजगारी बढ़ गई। आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। वक्त आ गया है कि सांप्रदायिक शक्तियों को उखाड़ फेंकने के लिए महागठबंधन के पक्ष में मतदान करें।
गया । देश का संविधान खतरे में है। सांप्रदायिक शक्तियां हावी हैं। देश में बेरोजगारी बढ़ गई। आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। वक्त आ गया है कि सांप्रदायिक शक्तियों को उखाड़ फेंकने के लिए महागठबंधन के पक्ष में मतदान करें।
महागठबंधन से हम (सेक्यूलर) प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के नामांकन के बाद गांधी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ये बातें कहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीब छात्र-नौजवान, अल्पसंख्यक व व्यापारी वर्ग के साथ छल हुआ है। 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिले जनादेश का अपमान कर नीतीश कुमार सांप्रदायिक ताकतों की गोद में बैठ गए। वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन के साथ मिलकर अब बिहार को आगे ले जाने का संकल्प लिया है। राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने लोकतंत्र को बचाने के लिए महागठबंधन को वोट की अपील की। वहीं, जीतनराम ने सभा को मगही में संबोधित करते हुए कहा कि गया एक पौराणिक नगरी होने के बाद भी हमेशा उपेक्षित रहा। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल की उपलब्धियां गिनाई कि फल्गु में वियर बांध का प्रस्ताव भेजा था। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चुनाव जीतने के बाद फल्गु को स्वच्छ बनाने के लिए मुद्दे उठाएंगे। इस मौके पर वजीरगंज के विधायक अवधेश सिंह, बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, विधायक कुंती देवी, पूर्व सासद रामजी माझी, राजद जिलाध्यक्ष मुर्शीद आलम, काग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, हम जिलाध्यक्ष टूटू खान, विधान पार्षद संतोष कुमार माझी, नंदलाल मांझी आदि उपस्थित थे।