सावन की अंतिम सोमवारी पर डेहरी आन सोन के प्रख्यात झारखंडी महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
सावन की अंतिम सोमवारी पर ऐतिहासिक प्रख्यात झारखंडी महादेव मंदिर में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से हीं शिवभक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। खासकर महिलाओं में पूजा-अर्चना को लेकर काफी उत्साह देखा गया।
जागरण संवाददाता, डेहरी ऑन सोन, सासारामः सावन की अंतिम सोमवारी पर ऐतिहासिक प्रख्यात झारखंडी महादेव मंदिर में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से हीं शिवभक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। खासकर महिलाओं में पूजा-अर्चना को लेकर काफी उत्साह देखा गया। जिले समेत ग्रामीण क्षेत्र के शिवालयों में दिनोंभर शिवभक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेशंकर पर फल, फूल, नैवेद्य,भांग, धथुरा, बेलपत्र आदि चढ़ाकर पूजा-अर्चना किया। इसके साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक कर अपने पूरे परिवार की मंगल कामना की। पूजन के दौरान शिवभक्त हर-हर महादेव के जयकारे लगा रहे थे।
लाईट लगाकर आकर्षक ढंग से सजाया गया था मंदिर
पूरा क्षेत्र हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा। प्रखंड से लेकर गांव तक लोग शिव की भक्ति में लीन दिखे। अंतिम सोमवारी को लेकर मंदिर कमेटी द्वारा लाईट लगाकर आकर्षक ढंग से सजाया गया था। शिवालयों की खूबसूरती देखते बन रही थी। पूजन को लेकर शिवभक्तों में काफी उत्साह देखा गया।
अंतिम सोमवारी पर पूजा का अलग है महत्व: मंदिर के पुजारी ने बताया कि सावन माह में सोमवार को भगवान शिव की पूजा-अर्चना का अलग महत्व है। ऐसी धारणा है कि सावन माह में भगवान भोले शंकर अपने पूरे परिवार के साथ शिवालय में विराजमान रहते हैं। सावन माह में भगवान भोलेशंकर की पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। खासकर सोमवारी व्रत करने वाले भक्तों पर खुश होकर भगवान शिव उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। वहीं सावन की अंतिम सोमवारी का व्रत करने वाले भक्तों को आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
सोमवार के उपवास से मिलता है विशेष लाभ
पुजारी ने आगे बताया कि सावन के माह में सोमवार को उपवास यानी व्रत करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मन की चंचलता दूर होती है, जिससे आपके अंदर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही ग्रह-नक्षत्रों का अशुभ प्रभाव दूर होता है और मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को सही तरीके से व्यक्त करते हैं। सावन सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है।