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14 में से सात प्राचार्यो ने विवि में किया योगदान

गया । मगध विश्वविद्यालय के 14 अंगीभूत कॉलेजों में नए प्राचार्यो की नियुक्ति की उम्मीद जगी थी, लेकिन

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 07:55 PM (IST)
14 में से सात प्राचार्यो ने विवि में किया योगदान
14 में से सात प्राचार्यो ने विवि में किया योगदान

गया । मगध विश्वविद्यालय के 14 अंगीभूत कॉलेजों में नए प्राचार्यो की नियुक्ति की उम्मीद जगी थी, लेकिन 14 में से महज सात प्राचार्यो ने निर्धारित अवधि तक विवि में योगदान किया। इसलिए अब सात अंगीभूत कॉलेज प्रभारी प्राचार्य के भरोसे ही रहेंगे।

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योगदान किए सभी सात प्राचार्यो की काउंसलिंग बुधवार को कार्यकारी कुलपति प्रो. कार्यानंद पासवान की अध्यक्षता में की गई। काउंसलिंग का परिणाम 22 फरवरी को जारी करते हुए इन प्राचार्यो के अंगीभूत कॉलेजों में नियुक्ति की अधिसूचना जारी की जाएगी।

विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में 14 प्राचार्यो को एक पखवारे के अंदर विवि मुख्यालय में योगदान करने को पत्र दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जारी किया गया था। जारी सूची में कई वैसे प्राचार्यो के नाम शामिल थे। ये वर्तमान में पाटलिपुत्रा विवि, आरा विवि व मगध विवि के अंगीभूत कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। उनकी काउंसलिंग में शामिल होने पर संशय था। काउंसलिंग में शामिल होने वाले प्राचार्यो में डॉ. शैलेज कुमार श्रीवास्तव, डॉ. जावेद अशरफ, डॉ. कुमार राजीव रंजन, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. अर्जुन शर्मा, डॉ. मेघन प्रसाद व डॉ. दीपक कुमार शामिल हैं।

यहां यह बता दें कि पाटलिपुत्र विवि की स्थापना के बाद मविवि के अधीन 44 में से 19 अंगीभूत कॉलेज रह गए हैं। इनमें से महज पांच अंगीभूत कॉलेजों में प्राचार्य नियुक्त हैं। शेष प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित हैं।


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