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Bihar: बुजुर्ग का शव ले जाने के लिए अस्‍पताल से नहीं मिली एंबुुलेंस, बाइक पर लादकर ले गए स्‍वजन

रोहतास जिले के सासाराम सदर अस्‍पताल से बुजुर्ग का शव ले जाने के एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया। इस कारण स्‍वजन बाइक पर लादकर शव ले गए। इसका फोटो वायरल होने पर सिविल सर्जन ने जांच का आदेश दिया है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 01:17 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 01:17 PM (IST)
Bihar: बुजुर्ग का शव ले जाने के लिए अस्‍पताल से नहीं मिली एंबुुलेंस, बाइक पर लादकर ले गए स्‍वजन
बाइक पर लादकर शव ले जाते स्‍वजन। वायरल फोटो

सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। सासाराम सदर अस्पताल (Sadar Hospital, Sasaram) में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना हुई है। एक बुजुर्ग का शव ले जाने के लिए स्‍वजन एंबुलेंस की मांग करते रहे। लेकिन उनकी गुहार हाकिमों तक नहीं पहुंची तो शव बाइक से ही लेकर चले गए। मामला संज्ञान में आने के बाद अब सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने जांच का निर्देश दिया है। इधर अस्पताल प्रशासन इस तरह की घटना से अनभिज्ञता प्रकट कर रहा है। मृतक कहां का और कौन था, इसका पता नहीं चल सका है। 

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बाइक पर लेकर आए और उसी पर ले गए शव  

बताया जाता है कि गुरुवार की देर शाम सदर अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में एक बाइक पर वृद्ध को बैठाकर दो लोग पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही उन्‍हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्‍टर का कहना था कि पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद स्‍वजनों ने अस्‍पताल के कर्मी से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की। लेकिन उन्‍हें बताया गया कि एंबुलेंस नहीं है। इसके बाद वे लोग किसी तरह बाइक पर ही शव लादकर ले गए। इसका फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। मामले के तूल पकड़ने के बाद सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।

अस्‍पताल में नहीं हुआ था निबंधन  

सिविल सर्जन ने बताया कि प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. श्रीभगवान सिंह ने इस तरह का कोई मामला अस्पताल परिसर में नहीं होने की जानकारी दी है। वहीं मृतक का नाम-पता की जानकारी भी नहीं है। सिविल सर्जन ने कहा कि इलाज से पूर्व अस्पताल में पंजीकरण आवश्यक है। उसके बाद ही सरकार द्वारा घोषित तमाम सुविधाएं व सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। वरिष्ठ नागरिकों, बीपीएल परिवार, गर्भवती महिला आदि को निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। कहा कि मरीज के संबंध में कुछ भी पता नहीं चल पाया है न हीं किसी ने कोई  शिकायत ही दर्ज कराई है। सूत्रों का कहना है कि बुजुर्ग का निबंधन नहीं हुआ था। स्‍वजन हड़बड़ी में आए उस समय इलाज की प्राथमिकता थी। लेकिन जब डॉक्‍टर ने मृत घोषित कर दिया तो वे लोग शव को ले गए। इस कारण इंट्री नहीं हो सकी। 


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