Aspirational Gaya: नीति आयोग ने की गया गाइडेंस प्रोग्राम की सराहना, ट्वीट कर कहा-गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का ईमानदार प्रयास
नीति आयोग भारत सरकार ने गया जिले को एस्पीरेशनल जिला के रूप में चयन कर गया गाइडेंस प्रोग्राम की प्रशंसा की है। गया गाइडेंस प्रोग्राम का सात दिसंबर 2020 को प्लस टू जिला स्कूल से शुभारंभ किया था।
जागरण संवाददाता, गया। नीति आयोग (NITI Ayog), भारत सरकार ने गया में संचालित गया गाइडेंस प्रोग्राम (Gaya Guidance Programe) की सराहना की है। आयोग ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर और फेसबुक पेज पर पोस्ट कर इसकी प्रशंसा की है। कहा है कि गया में मार्गदर्शन कार्यक्रम यह सुनिश्चित करने का एक ईमानदार प्रयास है कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, जिसके लिए समर्पित और विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। यह कार्यक्रम बच्चों के समग्र संज्ञानात्मक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस क्रम में नीति आयोग ने गया जिला को एस्पीरेशनल जिला के रूप में चयनित किया है।
बता दें कि जिला शिक्षा पदाधिकारी (District Education Officer) मो. मुस्तफा हुसैन मंसुरी के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) माध्यमिक शिक्षा आनंद कुमार के निर्देशन में गया गाइडेंस प्रोग्राम का शुभारंभ सात दिसंबर 2020 को प्लस टू जिला स्कूल गया से शुरू किया गया। डीपीओ आनंद कुमार ने महामारी कोरोना के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई की क्षतिपूर्ति की दिशा में एक प्रयास किया।
40 विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का चयन कर संचालन
मैट्रिक परीक्षा 2021 (Bihar Matric Exam 2021) में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के परीक्षा का परिणाम बेहतर हो इसी बात का ख्याल रखकर गया गाइडेंस प्राेग्राम का संचालन किया गया। इसके लिए विभिन्न स्कूलों के 40 विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का चयन विषयवार किया गया। समूह के टीम लीडर के नेतृत्व में शिक्षकों ने आपस में चर्चा कर विद्यार्थियों के लिए कम समय में बेहतर तैयारी कराने के लिए कंटेंट तैयार किया। इसे प्रतिदिन सुबह 10 बजे से 10:45 एवं 12 बजे से 1 बजे तक विभिन्न विद्यालयों में संचालित किया गया। कंटेंट को उसी समय फेसबुक लाइव किया गया। साथ हीं उसे यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया। जिसे विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार समय मिलने पर देख सुनकर लाभान्वित हुए। यह कार्यक्रम सात दिसंबर 2020 से प्रारंभ होकर 22 जनवरी 2021 तक विभिन्न विद्यालयों में संचालित किया गया।
स्मार्ट क्लास में भी कार्यक्रम को किया गया संचालित
डीपीओ माध्यमिक शिक्षा आनंद कुमार ने बताया कि जिन विद्यार्थियों के पास एंड्राइड मोबाइल नहीं था उनके लिए प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय के स्मार्ट क्लास में भी इस कार्यक्रम को संचालित किया गया। उन्होंने बताया कि नीति आयोग पीएमओ ने फेसबुक और ट्विटर पर भी इस कार्यक्रम की सराहना की है। डीपीओ ने कहा कि यह कार्यक्रम गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए एक बेहतर विकल्प है। इस कार्यक्रम से केवल गया ही नहीं अपितु पूरे बिहार के साथ - साथ संपूर्ण भारत के विद्यार्थी भी लाभान्वित हो रहे हैं।