अफसोसजनक! माता हो गई कुमाता
-मानपुर के खगड़ी मोहल्ले में झाड़ी से मिली नवजात -एक मां ने फेंका तो कई मां गोद लेने के लिए हो गई आतुर -पुलिस ने नवजात को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया ----------- संवाद सूत्र मानपुर
गया । मेरी तो अभी आखें भी नहीं खुली थी। मैं तो आपकी लाडली बनकर साथ-साथ रहती। मेरी भी तमन्ना थी कि मा के आचल का प्यार मिले, पिताजी का दुलार। नन्हें पाव जमीं पर पड़े तो मा-पापा खुशी से झूम उठें। पहली बार स्कूल जाउं तो टकटकी लगाए मां देखती रहे और पापा खुद छोड़कर आएं। वह खूबसूरत पल आया भी, लेकिन आपने मेरे साथ ये क्या किया? मुझे यूं मरने के लिए क्यों झाडियों में फेंक दिया..।
यह करुण पुकार मानपुर के खगड़ी मोहल्ले स्थित एक झाड़ी से सोमवार सुबह मिली नवजात की होगी। हां, लेकिन अभी वह बोल नहीं सकती। मा ने उसे पता नहीं किस मजबूरी में एक कपड़े में लपेटकर छोड़ दिया। अफसोसजनक! माता कुमाता हो गई।
झाड़ी में सुबह ग्रामीणों ने नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनी। वह अनवरत रो रही थी। ग्रामीणों की भीड़ जुटी। इसी भीड़ में ब्रजेश नगर मोहल्ले के लीला देवी भी थी। उनसे रहा नहीं गया। नवजात को गोद में उठा ली। वह और रोने लगी। उसे नहाकर घर ले जाने लगी। इस दौरान एक महिला आई कही, नवजात इस मोहल्ले की झाड़ी में थी, इसलिए मैं लेकर जाउंगी। ऐसे ही एक और महिला अपनाने के लिए दावा करने लगी। नवजात को गोद लेने के लिए कई महिलाओं के बीच नोकझोंक होने लगी। इसकी जानकारी बुनियादगंज थाने को मिली। पुलिस ने बच्ची को लेकर चाइल्ड लाइन पहुंचाया।
थानाध्यक्ष शशि राणा ने बताया कि कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नवजात को सुरक्षित चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है।
क्षेत्र में दिनभर चर्चा होती रही कि आखिर नवजात को किसने झाड़ियों में फेंका। फिलहाल नवजात चाइल्ड लाइन में सुरक्षित है।