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किसानों को बुलंदियों पर पहुंचा सकती है खेती की नई तकनीक, मौसम की मार से भी मिलेगी राहत

कृषि विज्ञान केंद्र सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 21 वीं बैठक में कृषि वैज्ञानिकों ने खेती की नई तकनीक अपनाने की सलाह दी। कहा कि इससे कम लागत में अच्‍छी उपज हो सकेगी। मौसम का असर भी नहीं पड़ेगा।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 02:47 PM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 02:47 PM (IST)
किसानों को बुलंदियों पर पहुंचा सकती है खेती की नई तकनीक, मौसम की मार से भी मिलेगी राहत
बैठक में अपनी बातें रखते कृषि वैज्ञानिक। जागरण

जेएनएन, नवादा \गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी, पटना के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार ने कृषि वैज्ञानिकों एवं किसान प्रतिनिधियों से कहा कि कृषि के क्षेत्र में वैज्ञानिक नई-नई तकनीक का विकास करें, ताकि किसानों को कम पूंजी व मेहनत में अच्छा मुनाफा हो सके। उन्होंने कहा कि खेती की नई तकनीक ही किसानों को समृद्धि की बुलंदियों पर पहुंचा सकती है। इसके लिए जरुरी है कि परंपरागत खेती करने वाले हर किसानों को खेती की नई तकनीकों की जानकारी मिले। वे गुरुवार को ग्राम निर्माण मण्डल,सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की 21 वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।

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डॉ.  कुमार ने कहा कि नियमित रूप से किसानों को प्रशिक्षण दें तथा खेती के प्रति आकर्षण के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएं। वैज्ञानिक तरीके से खेती कर ही किसान मौसम की मार से बच सकते हैं। इसलिए ऐसी योजनाओं पर विचार होना चाहिए जो मौसम के साथ-साथ किसानों की आर्थिक हालत को ध्यान में रखकर बनाई गई हो। उन्होंने अनाज, दलहन, उन्नतशील किस्म की सब्जियां, तिलहन को लेकर भी वैज्ञानिकों से कृषकों के बीच जागरुकता फैलाकर लक्ष्य सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में कृषि कार्य योजना तैयार करने एवं समन्वित खेती पद्धति को बढ़ावा देने के लिए किसान प्रतिनिधियों से सुझाव लेकर इस पर अमल करने की बात कही गई।

इससे पूर्व बैठक का उद्घाटन ग्राम निर्माण मण्डल के अध्यक्ष प्रभाकर कुमार, प्रधानमंत्री अरविंद कुमार, कोषाध्यक्ष दिलीप कुमार मंडल, आइसीएआर अटारी के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. मनोरव्वल आदि ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्‍वलित कर किया। कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. रंजन कुमार सिंह ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

बैठक में केवीके जमुई के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सुधीर कुमार सिंह, केवीके लखीसराय के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. शंभू कुमार, जिला उद्यान पदाधिकारी शंभु प्रसाद, जिला पशुपालन पदाधिकारी तरुण कुमार उपाध्याय, डीडीएम नावार्ड गंगेश कुमार, सहायक निदेशक राजीव रंजन यादव, डीपीएम जीविका पंचम कुमार दांगी, एलडीएम अनुप कुमार साहा आदि मौजूद थे।


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