नवादा पंचायत चुनाव 2021: दो घंटे नाव पर सफर करने के बाद बूथ पर पहुंच मतदान कर रहे वोटर
घने जंगल के बीच बसे पिछली जमुंदहा गांव से आ रहे वोटर सतगिर गांव में शिफ्ट किया गया है बूथ मतदाताओं में दिख रहा उत्साह मगर नाव नहीं होने की वजह से मतदान केंद्र पर पहुंचने में हो रही देर।
जागरण संवाददाता, नवादा। नवादा जिले के रजौली प्रखंड में मतदान को लेकर अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रही है। लोकतंत्र के महापर्व के प्रति आस्था व्यक्त करने वाली एक तस्वीर फुलवरिया जलाशय से आ रही है। जहां वोटर 50 रुपये खर्च कर नाव पर सवार होकर वोट देने बूथ पर पहुंच रहे हैं। दरअसल, घने जंगल के बीच बसे पिछली जमुंदहा गांव का बूथ सतगिर गांव में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां परतौनिया गांव के भी वोटर वोट देते हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के चलते बूथ स्थानांतरित किया गया है। ग्रामीण वोटरों का आरोप है कि प्रशासन के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। लिहाजा, अपना खर्च कर वोट देने जा रहे हैं।
वोटर लाला मिस्त्री ने कहा कि बारिश के कारण सड़क पर इस कदर जलजमाव हो गया कि नाव चलाने की नौबत आ गई। उन्हें घर से मतदान केंद्र तक पहुंचने में दो घंटे लगे। प्रशासन की ओर से मतदाताओं को बूथ तक लेकर जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। कहीं सुनवाई नहीं हुई तो मोहल्ले के लोग भाड़े पर नाव कर मतदान करने गए। वहीं, मतदाता मीरा देवी ने कहा कि नवरात्र चल रहा है। उन्होंने सोचा था कि सुबह वोट देकर घर लौटेंगी, तब पूजा-अर्चना करेंगी। जब वह मुख्य सड़क पर आई तो मालूम हुआ कि बूथ जाने के लिए लोग नाव किराए पर ले रहे हैं। उन्होंने भी भाड़ा दिया और मतदान करने आईं।
वोटरों का कहना है कि हमारे क्षेत्र में विकास की गति क्या है, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। अफसरशाही इस कदर हावी है कि वोटर मतदान केंद्र तक कैसे जाएंगे, इसकी किसी को फिक्र नहीं है। शिकायत करने के बाद भी अधिकारी संज्ञान नहीं लेते। ऐसा लगता है कि भौतिक सत्यापन किए बिना ही मतदान केंद्र बना दिया गया। चुनाव आयोग को भी इसकी जानकारी नहीं है।