भगवान विष्णु की नगरी गया में 3.10 करोड़ से बनेगा नगर वन
विनय कुमार पांडेय गया। भगवान विष्णु की नगरी गया में जल्द ही मनोरम हरियाली देखने को मिलेगी।
विनय कुमार पांडेय, गया। भगवान विष्णु की नगरी गया में जल्द ही मनोरम हरियाली देखने को मिलेगी। केंद्र सरकार ने गया के सुंदरीकरण में एक और कड़ी जोड़ते हुए नगर वन की योजना स्वीकृत की है। शहर की ब्रह्मयोनि पहाड़ी इलाके में करीब 50 हेक्टेयर में हजारों पेड़-पौधे लगेंगे। नगर वन को इस तरह से विकसित किया जाएगा, जहां बाहर से आए पर्यटक व सैलानी कुछ देर के लिए सुकून पा सकेंगे। नगर भवन में प्रवेश के लिए विभाग एक सामान्य शुल्क रखेगा। टिकट बुक कराने के लिए ऑनलाइन बुकिग की सुविधा भी मिलेगी।
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योजना को पूरा होने में केंद्र व राज्य दोनों का मिलेगा सहयोग :
-योजना को पूरा करने में केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही अपना सहयोग देगी। गया में 3.10 करोड़ से यह योजना पूर्ण होगी। इसमें दो करोड़ की राशि केंद्र सरकार देगी। जबकि बाकी की 1.10 करोड़ की राशि राज्य सरकार देगी। वन विभाग के अधीन यह पूरा नगर वन रहेगा। नगर वन में आसपास के 45 लोगों को रोजगार भी दिया जाएगा।
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बटर फ्लाई, चेस बोर्ड से लेकर नक्षत्र वन हर थीम के होंगे अलग-अलग गार्डेन :
नगर वन परिसर में अलग-अलग थीम पर आधारित कई गार्डेन विकसित होंगे। छोटे बच्चों से लेकर युवा, महिलाएं, बुजुर्ग हर किसी को उनकी पसंद का गार्डेन देखने को मिलेगा। वन विभाग ने इस पूरी कार्ययोजना की प्लानिग कर ली है। नक्षत्र वन गार्डेन में नक्षत्रों के नाम पर लगने वाले पौधे विशेषकर यहां लगाए जाएंगे। वहीं वटर फ्लाई गार्डेन में ऐसे पेड-पौधे लगेंगे, जिन पर रंग-बिरंगी तितलियां आकर बैठती हों। चेस बोर्ड गार्डेन में जैसे ही आप प्रवेश करेंगे, ऐसा महसूस होगा मानों पूरा गार्डेन चेस बोर्ड पर बना हो। राजा, मंत्री ऊंट, हाथी, सैनिक भी दर्शाए जाएंगे। इसके साथ ही यहां स्मृति गार्डेन भी होगा। साथ ही पत्थरों का टीलानुमा रॉक गार्डेन भी बनेगा। नगर वन में ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध :
जॉगिग ट्रैक (1.2 किमी.)
साइक्लिग ट्रैक(6.8 किमी.)
रनिग ट्रैक
शौचालय
पेयजल
डस्टबिन, सिटिग बेंच
सोलर बेस्ड हाईमास्ट लाईट
------- क्या कहते हैं अधिकारी :
गया एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी है। सालों भर यहां लाखों सैलानी आते हैं। शहर को स्वच्छ, सुंदर व हरियाली से ओत-प्रोत दिखाने के लिए नगर वन की योजना मंजूर हुई है। शहरवासियों को इससे लाभ होगा। जल्द ही योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
-अभिषेक कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया।