यमुने नदी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत, पांच घंटे तक गांव में पड़ा रहा शव
गया। चाकंद थाना क्षेत्र के यमुने नदी में चातर घाट गांव निवासी अर्जुन मांझी की मौत गुरुवार को ड
गया। चाकंद थाना क्षेत्र के यमुने नदी में चातर घाट गांव निवासी अर्जुन मांझी की मौत गुरुवार को डूबने से हो गई। ग्रामीणों के सहयोग और काफी मशक्कत के बाद शव को नदी से निकाला गया। घटना की सूचना चाकंद थाना की पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पूछताछ के बाद पुलिस घटनास्थल से लौट गई। पुलिस घटनास्थल से युवक का शव अपने कब्जे में नहीं ली। स्वजन व ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस पदाधिकारी ने शव स्वयं जलाने को कहा। शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए ले जाने से पुलिस इन्कार कर गए। इसे लेकर गांव में रोष है। मृतक के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। घटना के बाद भी चाकंद थाना की पुलिस इतना निष्ठुर हो गई। पुलिस के सामने शव पड़ा रहा। उस पीड़ित परिवार को मदद करने के बजाए। शव को स्वयं जलाने की बात कह दी। नदी से शव बरामद के बाद गांव साढ़े पांच घंटे तक पड़ा रहा। राजनीतिक और सामाजिक दबाव के बाद गुरुवार शाम को थाना से सूचना दी गई कि शव ले जाने के लिए टेंपो भेजा गया है। जब घटना के बाद भी पुलिस की तत्परता नहीं दिखी। आखिर पुलिस महकमे में सुधार होगी और आम लोगों को मदद दी जाएगी। यह सोचनीय विषय है। संवेदनशील बनने की जरूरत है। ऐसे में बिना पोस्टमॉर्टम के महादलित परिवार को सरकारी सहायता संभव नहीं है। इधर, राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष मो. आसिर ने इस घटना को लेकर नगर अंचल चंदौती व चाकंद थाना को संज्ञान में दी। फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई करने की जरूरत महसूस नहीं की। उन्होंने बताया कि मृतक महादलित परिवार का है। फिर भी पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया। जबकि घटना गुरुवार के दिन दो बजे की है। शाम साढ़े सात बजे तक शव को पोस्टमॉर्टम कराने के लिए नहीं भेजा। पिछले पांच घंटे से शव गांव में पड़ा रहा। वहीं, चाकंद थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शव को ले लाने के लिए थाना से टेंपो भेजा गया है। टेंपो से शव को पोस्टमॉर्टम कराने के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है।