नवादा में कोयला डिपो की दीवार के नीचे दब गईं मां-बेटी व दो वर्ष की बच्ची, तीनों खतरे से बाहर
नवादा के नारदीगंज में शनिवार को एक कोयला दुकान की दीवार गिर जाने से उसके नीचे मां-बेटी व दो वर्ष की बच्ची दब गईं। हालांंकि इलाज के बाद सभी की स्थिति खतरे से बाहर है। सीएचसी में उनका इलाज चल रहा है।
नारदीगंज (नवादा), संवाद सूत्र। प्रखंड के मेन रोड किनारे नारदीगंज बाजार में शनिवार सुबह करीब नौ बजे कोयला डिपो की दीवार गिरने से दो महिला व एक बच्ची जख्मी हो गईं। उन्हें सीएचसी में दाखिल कराया गया। इस घटना में बाजार निवासी विदेशी मांझी की 55 वर्षीय पत्नी रामपरी देवी, उनकी 30 वर्षीय पुत्री संगीता देवी के अलावा दो वर्षीय नतनी ज्योति कुमारी जख्मी हो गईं। संयोग था कि दीवार की वजह से उन्हें ज्यादा चोटें नहीं आईं। तीनों की हालत खतरे से बाहर है।
कमजोर हो गई थी कोयला डिपो की दीवार
नवलेश यादव की यह दुकान राजगीर-बोधगया राजमार्ग के किनारे नारदीगंज में है। बताया जाता है कि दुकानकी दीवार मिट्टी के गारे से बनी हुई थी। हाल के दिनों में काफी बारिश होने से दीवार कमजोर हो गई थी। कोयला दीवार के किनारे सटा कर रखा हुआ थ। कोयले के दबाव से अचानक पीछे की दीवार गिर गई।
खाना बना रहीं मां-बेटी व नतिनी घायल
पिछले भाग में अपने आंगन में खाना बना रही संगीता पास में बैठी रामपरी और ज्योति पर वह दीवार गिरी। तीनों दीवार के मलबे में दब गईं। उनके चीखने की आवाज सुनकर लोग दौड़े तो सन्न रह गए। आसपास के लोग दौड़ पड़े, और उनलोगों को आनन-फानन में मलबे से निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी। जख्मी हालत में इलाज के लिए सीएचसी नारदीगंज में उन्हें दाखिल कराया। केंद्र में कार्यरत चिकित्सक डॉ विजय कृष्ण परमेश्वरम ने बताया कि फिलहाल सभी की हालत में सुधार हो रहा है। चिंता की कोई बात नही है। सूचना मिलते ही एएसआइ बड़ेलाल यादव पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और छानबीन की। लोगों का कहना है कि जिस तरह से दीवार गिरी सभी अनहोनी की आशंका से सिहर उठे। लेकिन भगवान की कृपा रही कि बच्ची समेत सभी लेाग मामूली रूप से जख्मी हुए।