बोधगया में अभी मौजूद 79 विदेशी पर्यटकों में सर्वाधिक चीन के
- 22 देशों से आए उन पर्यटकों में चीन के 21 उसके बाद वियतनाम और थाईलैंड के निवासी - जिन होटलों और गेस्ट हाउसों में ठहरे हैं वहीं किए गए होम क्वारंटाइन जनवरी-फरवरी के दौरान आए थे
गया । बोधगया के विभिन्न होटलों और गेस्ट हाउसों में अभी 79 विदेशी पर्यटक मौजूद हैं। उनमें सर्वाधिक 21 चीन के हैं। उसके बाद वियतनाम और थाईलैंड के पर्यटकों की संख्या है। वे सभी जनवरी-फरवरी के दौरान बोधगया आए थे और लॉकडाउन के कारण वापस नहीं लौट सके, लेकिन होटल और गेस्ट हाउस संचालकों द्वारा पुलिस-प्रशासन को उनके बाबत जानकारी मुहैया नहीं कराई गई। फिलहाल सभी विदेशी पर्यटकों को होम क्वारंटाइन कराया गया है। उन्हें इस दौरान बाहर निकलने से मना किया गया है। वे जिस होटल या गेस्ट हाउस में ठहरे हैं, उनके संचालकों को भोजन और रोजमर्रा की जरूरी चीजें मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है। बोधगया थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह ने बताया कि विदेशी पर्यटकों को ठहराने और फार्म-सी के माध्यम से उनकी सूचना पुलिस को नहीं देने को लेकर गेस्ट हाउस संचालकों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। साथ ही यहां फंसे विदेशी पर्यटकों की सूची तैयार की गई है। गौरतलब है कि बोधगया में कालचक्र मैदान के दायरे में अवस्थित पाच गेस्ट हाउसों में पिछले दिनों पुलिस ने छापेमारी की थी। तब वहां छुपकर रह रहे 20 विदेशियों के बारे में जानकारी मिली थी। उन पर्यटकों को उन्हीं गेस्ट हाउसों में होम क्वारंटाइन कर दिया गया और पांचों गेस्ट हाउस के संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। उसके बाद एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर बोधगया के तमाम होटलों और गेस्ट हाउसों को खंगालने की कवायद शुरू हुई। पता चला कि यहां 22 देशों के कुल 79 पर्यटक छुपे हुए हैं। बहरहाल जिला प्रशासन द्वारा तीन से 21 मार्च के दौरान गया अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर उतरने वाले विदेशी पर्यटकों की सूची खंगाली जा रही। यह जानकारी जुटाई जा रही कि उनमें से कितने वापस हुए और कितने अभी भूमिगत हैं। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 15 सौ 70 से अधिक विदेशी पर्यटक पहुंचे थे। यह भी जानकारी मिल रही कि कई विदेशी पर्यटक ऐसे भी थे, जो दूसरी जगहों से होते हुए बोधगया आए और उसके बाद से उनका पता नहीं। बोधगया के अलावा दूसरे बौद्ध स्थलों पर ही उनके फंसे होने के कयास लगाए जा रहे, हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह बताते हैं कि कोरोना के संदर्भ में एक मार्च से अब तक 19 हजार छह सौ विदेशी पर्यटकों की जांच हुई है और सभी की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। सूत्र बताते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा बौद्ध मठों से उनके यहां ठहरे पर्यटकों के बाबत जानकारी मांगी गई है। सही जानकारी नहीं देने पर कार्रवाई की आशंका है। गौरतलब यह कि बोधगया के बौद्ध मठों में पुलिस-प्रशासन के अफसरों का भी बमुश्किल प्रवेश होता है। सनद रहे कि बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों में वियतनाम और म्यांमार आदि के तमाम बौद्ध भिक्षु व भिक्षुणी अध्ययन करते हैं। वे विश्वविद्यालय के छात्रावासों और बोधगया के विभिन्न गेस्ट हाउस में ठहरते हैं।