मंत्री ने कहा- ईको टूरिज्म के दृष्टिकोण से विकसित होगा औरंगाबाद का उमगा पहाड़, बनेगा रॉक ट्रैक
औरंगाबाद के उमगा पहाड़ को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा। राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पहाड़ पर रॉक ट्रैक एवं रोपवे का निर्माण कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। उमगा पहाड़ को इको टूरिज्म (Eco Tourism) के दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा। पहाड़ तक चढ़ने के लिए रॉक ट्रैक (Rock Track) बनेगा। अन्य सुविधाएं भी बहाल की जाएंगी ताकि यहां राज्य के अतिरिक्त देश के काेने-कोने से पयर्टक (Tourist) आएं। ये बातें राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बब्लू ने शनिवार को कही। वे परिसदन में प्रेस वार्ता कर रहे थे। उनके साथ औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह भी थे।
एनओसी मिलते ही शुरू हो जाएगा काम
मंत्री ने कहा कि उमगा पहाड़ पर पर्यटन की अपार संभावनाएं है। पहाड़ पर देवी-देवताओं का पौराणिक मंदिर है। इसको देखते हुए पहाड़ व मंदिरों के विकास के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। रोपवे लगाने की योजना है। इसके लिए वन विभाग की एनओसी का इंतजार है। कोशिश है कि जल्द एनओसी लेकर रोपवे की व्यवस्था हो। मंत्री ने जब यह जाना कि स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे तब वे रोपवे लगाने की बात कही थी। मंत्री ने कहा कि अब एनओसी जल्द मिलेगा और रोपवे का कार्य शुरू किया जाएगा। पहाड़ के नीचे के तालाब को और सुंदर बनाया जाएगा। बोटिंग की व्यवस्था की जाएगी।
शहर के पार्क को बनाया जाएगा सुंदर
मंत्री ने कहा कि जिला मुख्यालय में नगर परिषद के नव निर्मित पार्क को और सुंदर बनाया जाएगा। उन्होंने सुबह के समय स्वयं देखा है कि इस पार्क में काफी संख्या में लोग घूमने आते हैं। बच्चे, महिलाएं भी आते हैं। इसको देखते हुए इसका विकास किया जाएगा। पार्क में वन विभाग की ओरसे पौधारोपण होगा। म्यूजिकल सिस्टम लगाकर इसे और विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएफओ को निर्देश दिया गया है।
राज्यभर के अवैध ईंट भट्ठे और क्रशर हर हाल में होंगे बंद
मंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर पूरे राज्य में संचालित अवैध ईंट भट्ठे, क्रशर एवं आरा मिल हर हाल में बंद होंगे। इसके लिए सभी डीएफओ को निर्देश जारी किया गया है। राज्य में उद्योग को बढ़ावा दिया गया है पर पर्यावरण सरंक्षण का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है। उद्योग-धंधे लगाने वालों को भी बड़े पैमाने पर पौधे लगाने हैं। इस वर्ष पूरे राज्य में पांच करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री ने कहा कि श्रीसीमेंट प्लांट से उड़ते डस्ट को उन्होंने देखा है, लेकिन प्लांट न बंद होगा न स्थानांतरित होगा, बस प्रदूषण रोकने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके लिए डीएफओ व प्लांट प्रबंधन को निर्देश दिया जा रहा है। प्लांट के चारों तरफ काफी संख्या में पौधारोपण कराया जाएगा।
जंगलों में जानवरों का किया जाएगा संरक्षण
मंत्री ने कहा कि जंगलों में जानवरों के संरक्षण की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए जंगलों में जल संचयन करने की योजना है ताकि पानी के बिना जानवरों की मौत नहीं हो। नीलगाय के उपद्रव के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इस मामले को कई विधायक भी सदन में उठाए हैं। किसानों के फसल की नीलगायों से सुरक्षा के लिए योजना बनाई गई है।
शहरी क्षेत्र में भी किया जाए पौधारोपण : सांसद
सांसद सुशील कुमार सिंह ने मंत्री को कहा कि शहर को प्रदूषणमुक्त बनाने और पर्यावरण सरंक्षण के लिए शहरों में भी पौधारोपण कराया जाए। मंत्री को उन्होंने बताया कि सांसद मद से उमगा पहाड़ पर पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 75 लाख रुपये दिए थे। लेकिन वन विभाग की एनओसी नहीं मिलने के कारण न शेड का निर्माण हुआ न पानी का पाइप लगाया गया। मंत्री ने डीएफओ को कहा कि ऐसी योजनाओं के लिए एनओसी दी जाए। एनओसी देने में इतना देखा जाए कि पर्यावरण पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। सांसद के इस सुझाव पर मंत्री ने कहा कि ऐसी योजनाओं में एनओसी दी जाएगी। सांसद ने सड़कों के किनारे ग्रामीणों के द्वारा पौधारोपण करने के लिए भी वन विभाग को उदार बनने की बात कही। प्रेसवार्ता में एमएलसी राजन कुमार सिंह, भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह, उज्ज्वल कुमार सिंह, भाजपा नेता मुकेश कुमार सिंह, शालिक सिंह, राजकुमार व सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह मौजूद रहे।