गया में नक्सलियों ने मचाया कोहराम, कई वाहनों को किया आग के हवाले
गया जिले के महुआवां गांव के पास बीती रात नक्सलियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और लेवी की मांग करते हुए पर्चा छोड़कर भाग गए।
गया [जेएनएन]। नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियारबंद दस्ते ने शुक्रवार की देर रात लेवी न देने पर हल्दिया गैस पाइपलाइन का निर्माण कर रही कंपनी के बेस कैंप पर हमला कर चार वाहनों को फूंक दिया। आमस थाना क्षेत्र में महुआवां गांव के समीप बेस कैंप पर धमके नक्सलियों ने विस्फोट भी किया, जिससे पूरा इलाका दहल उठा।
बताया जाता है कि माओवादियों ने कंपनी से लेवी नहीं मिलने पर वारदात को अंजाम दिया। नक्सलियों ने वहां एक पर्चा भी छोड़ा, जिसमें कंपनी के दो लोगों को सुधर जाने की चेतावनी दी गई है। आइएलएफएस कंपनी यहां गैस आपूर्ति के लिए पाइप बिछा रही है। नक्सलियों ने कंपनी के तीन ट्रक समेत चार वाहन, एक बड़ा जेनरेटर तथा एक डीजी मशीन भी फूंक दीं। एक पोकलेन भी क्षतिग्रस्त हुई है।
निर्माण कंपनी आइएलएफएस के अधिकारी कुणाल कुमार ने बताया कि नक्सली हमले में एक करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान है। कंपनी इलाहाबाद से हल्दिया तक गैस पाइपलाइन बिछा रही है।
नक्सली अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। पुलिस को वहां से जो खोखे मिले हैं, उसका इस्तेमाल एसएलआर में होता है।
बताया गया कि हमले में भाकपा माओवादी के दस्ते का हाथ है। गार्ड को कंपनी के नाम दिए गए पर्चे में संगठन के मध्य जोन प्रवक्ता परमजीत का नाम लिखा है।
जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने आते ही तीन राउंड फायरिंग की। इसके बाद एक वाहन को आग लगाने के बाद बम विस्फोट किया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास का इलाका दहल उठा। जिस समय नक्सलियों का हथियारबंद दस्ता पहुंचा, उस समय बेस कैंप के गार्ड राजकुमार पासवान और ललन पासवान सोए हुए थे।
दोनों ने बताया कि नक्सलियों ने सभी कर्मियों को अपने कब्जे में ले लिया। उसके बाद एक-एक कर वहां खड़े वाहनों में आग लगाने लगे। करीब एक घंटे तक तांडव मचाने के बाद वे फायरिंग करते हुए मोरहर नदी की ओर चले गए।
घटना के बाद गार्ड ने इसकी सूचना कंपनी के अधिकारियों को दी। सूचना मिलने के बाद देर रात पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। सिटी एसपी जे. जलारेड्डी और नक्सल अभियान के एसपी अरुण कुमार सिंह ने कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली।