मानपुर पटवा टोली के पावरलूम का लाल पानी कर रहा है फल्गु नदी को प्रदूषित, लोगों में नाराजगी
गया के मानपुर में पावरलूम कारखाने का गंदा पानी आसपास के मोहल्लों के अलावा फल्गु नदी को भी प्रदूषित कर रहा है। कपड़े की रंगाई के लिए इस्तेमाल होने वाले रंगों को सीधे नाले में बहाए जाने के कारण है यह स्थिति।
जेएनएन, मानपुर (गया)। उद्योग नगरी पटवा टोली के नाले से निकलने वाला लाला पानी कई मोहल्ले को प्रदूषित कर ही रहा है यह फल्गु नदी को भी गंदा कर रहा है। इसके निराकरण की आवाज़ कई बार उठाई गई लेकिन पहल आज तक नहीं हुई। कई मोहल्ले वालों को दूषित जल का सेवन करना पड़ रहा है।
पटवा टोली में करीब दस हजार पावर लूम चलते हैं। इसपर विभिन्न तरह के वस्त्र तैयार किए जाते हैं। विभिन्न रंग में वस्त्र तैयार करने के लिए सूत को केमिकल देकर रंगाई की जाती है। रंगाई के बाद केमिकल युक्त लाल पानी को नाले गिराया जाता है। यह गंदा पानी कई मोहल्ले से गुजरते हुए फल्गु नदी में गिरता है। मोहल्ले में कई जगहों पर लाल पानी सालों भर जमा रहता है।
पेहानी मोहल्ले का जल प्रदूषित होने पर यहां लोगों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से कई वर्षों पूर्व शिकायत की थी। उसके बाद अधिकारियों की टीम मुआयना करने पटवा टोली पहुंची थी। पावर लूम संचालकों को नाले में केमिकल युक्त लाल पानी नहीं गिराने का निर्देश दिया गया। उसके बाद कुछ पावर लूम संचालकों ने अपने कारखाने के पास बोरिंग कर उसमें गंदा पानी गिराना शुरू किया। इसका परिणाम हुआ कि मोहल्ले के लोगों के चापाकलों से साफ पानी आना शुरू हुआ। लेकिन अधिकांश कारखाना संचालकों ने ऐसा नहीं किया। फिर इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की गई। अधिकारियों की टीम पटवा टोली पहुंची। उसके बाद पावर लूम संचालकों ने रंगीन धागा मंगवाने की बात कही। लेकिन सारे पावर लूम संचालकों ने इसमें पहल नहीं की। नतीजा जस का तस है। आज भी गंदा पानी फल्गु में गिरने का सिलसिला थमा नहीं है।
शेखा बिगहा गांव जाने वाले रास्ते में वार्ड 48 में बसे मोहल्ले के समीप हर समय लाल पानी जमा रहता है। इसके कारण वहां के चापाकलों से साफ पानी नहीं आ रहा। लोगों का कहना है कि प्रदूषित पानी के कारण उनलोगों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वे बीमार पड़ रहे हैं। ऐसे में दूसरे जगह से पानी लाकर पीने और खाने में उनका इस्तेमाल किया जाता है। इस संबंध में पावर लूम संचालको से पूछने पर कहा कि धीरे धीरे सारे लोग रंगीन धागा मंगाना शुरू कर देंगे। उसके बाद पटवा टोली के नाले से लाल पानी निकलना बंद हो जाएगा।