बिहार के नवादा में जंगली हाथी ने चार को कुचलकर मार डाला, दहशत में हैं इलाके के लोग
नवादा जिला के दो थाना क्षेत्रों में एक पागल हाथी ने जमकर उत्पात मचाया है। मृतकों में 10 वर्षीय बालक और 60 वर्षीय वृद्ध भी शामिल हैं। हाथी झारखंड के जंगलों से भटककरआ गया है। उसे पकड़ने के लिए गया नवादा और पटना की टीम जुटी है।
संवाद सूत्र, नारदीगंज (नवादा)। नवादा जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में एक पागल हाथी ने जमकर उत्पात मचा रहा है। हाथी ने बुधवार और गुरुवार को चार लोगों की पटककर और कुचलकर जान ले ली है। मृतकाें में सीतामढ़ी थाना क्षेत्र का दस वर्षीय बालक भी शामिल है। दो घटनाएं बुधवार की रात, जबकि तीसरी और चौथी गुरुवार को हुई। जंगली हाथी के अभी भी गांव में घूमने पर ग्रामीण दहशत में हैं। हाथी के आतंक की वजह से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। फिलहाल वन विभाग के तीन जिलों की टीम हाथी को पकड़ने में जुट गई है।
झारखंड से भटककर आया नवादा
बताया जाता है कि झारखंड के जंगली क्षेत्र से ये हाथी भटककर नवादा आ गया है। वन विभाग की टीम हाथी को आबादी से दूर रखने के लिए बम और पटाखे के साथी तैनाती कर दी गई है। झारखंड के पाकुड़ से हाथी को जंगल में वापस भगाने के लिए टीम रवाना हो गई है। देर शाम तक यह टीम पहुंच जाएगी। पर्यावरण जलवायु एवं परिवर्तन विभाग की तरफ से टीम को निर्देश दिया गया है कि हाथी को पुन: जंगल की तरफ लौटाया जाए। विशेष परिस्थिति में हाथी को ट्रंकलाइज किया जा सकता है।
तीन अलग-अलग क्षेत्रों ने मचाया उत्पात
मृतकों में नारदीगंज थाना क्षेत्र के बभनौली गांव निवासी विनोद चौहान और हिसुआ थाना क्षेत्र के सकरा गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक आंनद सिंह शामिल है। बताया जाता है कि विनोद बीती रात खेत की तरफ गए हुए थे। तभी अचानक हाथी वहां पहुंचा और उन्हें सूंढ से उठा कर पटक दिया। इसके बाद पैरों के नीचे कुचल डाला। इससे दोनों लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद हाथी सकरा गांव पहुंच गया। सेवानिवृत्त शिक्षक शौच के लिए खेत की तरफ जा रहे थे। उन्हें भी हाथी ने कुचल दिया। फलस्वरूप उनकी भी मौत हो गई।
गुरुवार की सुबह हुई तीसरी घटना
मेसकौर प्रखंड अंतर्गत रसलपुरा पंचायत के हसनचक गांव निवासी 60 वर्षीय बालेश्वर यादव को जंगली हाथी ने गुरुवार की सुबह कुचलकर मार दिया। उनके दोनों पैर को उसने शरीर से अलग कर दिया। अभी हाथी रसलपुरा और सीतामढ़ी के बीच जंगल में है। घटना के बाद इलाके में दहशत व्याप्त हो गया है। लोग डरे-सहमे हैं। सूचना पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही वन विभाग को दी गई है। चाैथे मृतक की पहचान सीतामढ़ी के लच्छूबिगहा निवासी इंदर मल्लिक के दस वर्षीय पुत्र छोटू कुमार के रूप में की गई है।
लोगों को बचाव की दी जा रही सलाह
रेंजर संजय कुमार ने बताया कि चार लोगों की मौत की सूचना मिली है। शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। विभागीय नियमानुसार मृतकों के स्वजनों को मुआवजा दिया जाएगा। हाथी को पकड़ने के लिए गया से टीम बुलाई जा रही है। आसपास के गांवों में एनाउसमेंट कर लोगों को सर्तक रहने की सलाह दी जा रही है।
तीन जिलों की टीम हाथी को पकड़ने में लगी
नवादा के डीएफओ अवधेश कुमार ओझा ने बताया कि हाथी को काबू में करने के लिए नवादा व गया के वनकर्मियों की टीम लगी हुई है। पटना से भी क्विक रिस्पांस टीम को बुलाया गया है। गया जिले के गुरपा इलाके से नवादा जिले के सिरदला में हाथी ने कल प्रवेश किया था। उसपर नवादा व गया वन विभाग की टीम सतत निगरानी रख रही थी। रात में सिरदला से दूर नारदीगंज और हिसुआ इलाके के ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि प्रयास जारी है, जल्द ही हाथी पर काबू पा लिया जाएगा।