महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के प्रतिभागी रहे अव्वल
-जूनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के पहले दिन महिला व पुरुष वर्ग के हुए कई प्रतिस्पर्धा ------------ जागरण संवाददाता बोधगया
गया । कालचक्र मैदान पर चल रहे जूनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के पहले दिन महिला वर्ग के विभिन्न किग्रा के कई प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें महाराष्ट्र व आंध्र प्रदेश के प्रतिभागी दमखम दिखाकर प्रथम स्थान पर रहे। महिला युवा 40 किग्रा वर्ग में महाराष्ट्र की सौम्या दलवी ने स्नैच में 53 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 62 किग्रा वजन उठाकर कुल 115 किग्रा के साथ प्रथम स्थान पर रहीं। इसी स्पर्धा में महाराष्ट्र की आरती राघवेंद्र ततगुणति ने स्नैच में 49 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 65 किग्रा वजन उठाकर कुल 114 किग्रा में दूसरा और असम की रेखामोनी गोगोई ने स्नैच में 51 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 56 किग्रा वजन उाठकर कुल 107 किग्रा के साथ तीसरा स्थान प्राप्त की।
45 किग्रा के स्पर्धा में आंध प्रदेश की पावनी कुमारी ने स्नैच में 65 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 80 किग्रा वजन उठाकर कुल 145 किग्रा के साथ प्रथम स्थान, असम की बोरनाली बोरह ने स्नैच में 64 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 81 किग्रा वजन उठाकर 145 किग्रा के साथ दूसरे स्थान तथा महाराष्ट्र की हर्षदा शरद गरूड़ ने स्नैच में 62 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 75 किग्रा वजन उठाकर 137 किग्रा के साथ तीसरा स्थान प्राप्त की।
इसी प्रकार पुरुष युवा वर्ग के 49 किग्रा में आंध्र प्रदेश के गुरु नायडू ने स्नैच में 87 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 104 किग्रा वजन उठाकर कुल 191 किग्रा के साथ प्रथम, महाराष्ट्र के मुकुंद संतोष अहेर ने स्नैच में 86 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 101 किग्रा वजन उठाकर कुल 187 किग्रा के साथ दूसरे तथा तमिलनाडु के पी. बालाजी ने स्नैच में 83 किग्रा तथा क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा वजन उठाकर कुल 185 किग्रा के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतिस्पर्धा शुरू होने से पहले मंगलवार को नेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद वैश्य का आगमन हुआ, जिनका गर्मजोशी के साथ आयोजन समिति द्वारा स्वागत किया गया।
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ये थे निर्णायक मंडल सदस्य
प्रतिस्पर्धा के निर्णायक मंडल में हंसा मंरल, डी. चंद्रराय, बी. वेंकटरमैया, कुंबासी सुब्रह्माण्यम, शयमला शेट्टी व एनपीएस चौहान थे। रेफरी के तौर पर मदन लाल, पीके सूद, यदूवीर सिंह, नारायण साहू, सरला शेट्टी, निर्लेप सिंह व एसएच अनंदे गौड़ा ने अपना योगदान दिया।