नमो की रैली को ले केसरिया हुआ मगध
परिवर्तन रैली को लेकर गया शहर केसरिया बैनर-पोस्टर से पट गया है। रैली को लेकर केसरिया टोपी से लेकर गंजी व धोती-कुर्ता, यहां तक कि भाजपा का प्रचार करते पानी के बोतल तक खूब दिख रहे हैं। इस रंग को सावन का महीना और गहरा कर रहा है।
गया। परिवर्तन रैली को लेकर गया शहर केसरिया बैनर-पोस्टर से पट गया है। रैली को लेकर केसरिया टोपी से लेकर गंजी व धोती-कुर्ता, यहां तक कि भाजपा का प्रचार करते पानी के बोतल तक खूब दिख रहे हैं। इस रंग को सावन का महीना और गहरा कर रहा है।
शहर के स्वराजपुरी, एराजी रोड, मिर्जा गालिब रोड रिवाड़ी व जेल रोड सहित सभी रास्ते मानो गांधी मैदान की तरफ मुड़ गए हैं। केसरिया में रंगे इन समर्थकों की भीड़ से पूरा माहौल ही केसरिया हो गया है।
सड़कों के किनारे व चौक-चौराहों से लेकर घरों की दीवारों तक पर मोदी के केसरिया पोस्टर छाए हुए हैं। भाजपा के पोस्टरों-बैनरों पर लिखे स्लोगन व नारों 'हर बिहारी का अधिकार, विकसित और समृद्ध बिहार', 'हर कोने से यही ललकार, परिवर्तन पथ पर चला बिहार', के बैकग्राउंड में केसरिया ही है। हां, सहयोगी पार्टियों के बैनर-पोस्टर में ऐसा नहीं है।
केसरिया के क्रेज को सावन का महीना और गहरा करता दिख रहा है। सावन में शिवभक्त केसरिया परिधानों में सजकर भगवान भोलेशंकर को जल अर्पित करने जा रहे हैं। इसे देखते हुए बाजार में पहले से ही केसरिया परिधानों व सामानों से भरा पड़ा है। शिवभक्तों के लिए बनाए गए कांवरिया शिविर में भी सब केसरिया ही है।