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गया के विष्णुपद मंदिर में आज से चांदी के झूला पर झूलेंगे भगवान श्रीहरि, पांच दिनों तक चलेगा झूलनोत्‍सव

गया के विष्‍णुपद मंदिर में लगातार दूसरे साल कोरोना काल में झूलनोत्सव सादे तरीके से मनाया जाएगा। कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण सभी धार्मिक स्‍थल व मंदिर बंद हैं। जिसके कारण श्रद्धालु पांच दिनों तक चलनेवाले झूलनोत्‍सव में भाग नहीं ले सकेंगे।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 08:46 AM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 08:46 AM (IST)
गया के विष्णुपद मंदिर में आज से चांदी के झूला पर झूलेंगे भगवान श्रीहरि, पांच दिनों तक चलेगा झूलनोत्‍सव
गया का विष्‍णुपर मंदिर में भगवान श्री हरि के चरण, सांकेतिक तस्‍वीर।

गया। जागरण संवाददाता। सावन का महीना अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। कोरोनाकाल में लॉकडाउन के कारण शहर में सभी मंदिर व धार्मिक स्‍थल बंद है। लेकिन, धार्मिक मान्यता के अनुसार बुधवार से झूलनोत्सव प्रारंभ हो जाएगा। इसी क्रम में शहर के विष्णुपद मंदिर में चांदी के झूला पर भगवान श्रीहरि झूलेंगे। झूलनोत्सव को लेकर मंदिर में सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। उक्त महोत्सव 22 अगस्त तक चलेगा। झूलनोत्सव सभी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सादे तरीके से मनाया जाएगा। मंदिर बंद होने के कारण सिर्फ पुजारी ही झूलनोत्‍सव का आयोजन करेंगे, श्रद्धालु पांच दिनों तक चलनेवाले झूलनोत्‍सव में भाग नहीं ले सकेंगे।

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श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्टल ने कहा कि लगातार दूसरे साल कोरोना काल में झूलनोत्सव सादे तरीके से बनाया जाएगा। मंदिर बंद रहने के कारण श्रद्धालुओं के रोक सहित कोई विशेष धार्मिक आयोजन और गीत-संगीत का कार्यक्रम नहीं होगा। सिर्फ भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा और झूलन होगा। चांदी की झूला पर सोने के विष्णु चरण को सजा-धजा कर रखा जाएगा। फूल-माला और तुलसी पत्ते से चांदी के चौकी को सजाया जाएगा। विष्णु चरण की विशेष पूजा और मंगल आरती की जाएगी। उसके बाद झूला में रखे विष्णु चरण को झूलाया जाएगा। झूलनोत्सव को लेकर मंदिर की विशेष रूप से साफ-सफाई की गई है। पांच दिवसीय महोत्सव में हर दिन विशेष पूजा एवं भोग लगेगा। सभी कार्य कोरोना नियम के पालन करते हुए होगा।


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