बोधगया में तथागत के दर्शन के लिए लगी लंबी कतार
ठंड के मौसम में बुधवार को उत्साह भारी रहा। सुबह से बदली और बूंदाबांदी होती रही। लेकिन हैप्पी न्यू ईयर के लिए इसका कोई असर नहीं दिखा। नये वर्ष का केंद्र बिंदु बोधगया माना जाता है।
गया । ठंड के मौसम में बुधवार को उत्साह भारी रहा। सुबह से बदली और बूंदाबांदी होती रही। लेकिन हैप्पी न्यू ईयर के लिए इसका कोई असर नहीं दिखा। नये वर्ष का केंद्र बिंदु बोधगया माना जाता है। प्रति वर्ष इस तिथि को गया के अधिकांश लोग बोधगया जाते हैं, जहां शांति के साथ भगवान तथागत को नमन करने के बाद घुमकड़ी करते हैं। बुधवार का माहौल यहां कुछ अलग था, तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा बोधगया प्रवास के कारण हजारों की संख्या में उनके अनुयायी बोधगया आए हुए हैं, जो 1 जनवरी को भगवान तथागत के दर्शन के लिए सुबह से कतार बद्ध थे। पूरी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। इसमें गयावासी और लामा कतारबद्ध होकर गर्भगृह जा रहे थे।
उधर, तिब्बती मंदिर में दलाईलामा से मिलने के लिए लोग प्रतीक्षारत थे, निर्धारित समय पर धर्मगुरु ने लोगों से मिलकर उन्हें नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। इसी दौरान तिब्बत सरकार के तीन मंत्री बुद्ध भूमि पहुंचे, जिन्होंने सर्वप्रथम महाबोधि मंदिर में जाकर बुद्ध का दर्शन औन नमन किया। ये मंत्री गुरुवार से शुरु हो रहे धार्मिक प्रवचन भी शामिल रहेंगे। वहां दलाईलामा को लेकर बोधगया में सैलानियों की भीड़ है। उसी भीड़ से अलग एक जनवरी का जश्न जयप्रकाश उद्यान और माया सरोवर में देखने को मिला। जयप्रकाश उद्यान में प्रवेश करने के लिए कतार लगी थी। अंदर में कई समूह में गु्रप में बंटे युवा हंसी-ठिठोली करते देखे गए। कहीं से भी मौसम इन पर भारी नहीं था। अलग उत्साह का माहौल दिख रहा था। माया सरोवर के पास तो जमीन पर ही चादर बिछाकर खाने का आनंद लेते लोग देखे गए।