कम से कम 12वीं तक की शिक्षा के बाद ही करें अपनी बेटियों की शादी, गया में लोकायुक्त अध्यक्ष ने की अपील
बेलागंज प्रखंड के मेन गांव में नवनिर्मित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का उद्घाटन शनिवार को लोकायुक्त अध्यक्ष श्याम किशोर शर्मा मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिनोद कुमार सिन्हा व मानवाधिकार आयोग सदस्य न्यायमूर्ति उज्ज्वल कुमार दुबे के साथ प्रधान सचिव संजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
संवाद सूत्र, बेलागंज (गया)। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देना सरकार की पहली प्राथमिकता है। गया जिले के सुदूरवर्ती मेन गांव में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पठन-पाठन होने से गांव के साथ ही आसपास के कई गांवों के बच्चों को शिक्षा का एक नया आयाम मिलेगा। ये बातें शनिवार को बेलागंज के मेन गांव में नवनिर्मित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के उद्घाटन करने आए बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कही।
गांव में स्कूल होने से छात्राओं को होगी सहूलियत
उन्होंने कहा कि मेन गांव गया जिला के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में एक है। जहां के बच्चों को खासकर छात्राओं को माध्यमिक शिक्षा के लिए गांव से काफी दूर जाना पड़ता था। गांव में विद्यालय हो जाने से गांव की छात्राएं शिक्षित होंगी। जब ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अनुपात बढ़ेगा तब ही सरकार का सपना साकार होगा। इससे पूर्व नवनिर्मित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का उद्घाटन लोकायुक्त अध्यक्ष श्याम किशोर शर्मा, मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिनोद कुमार सिन्हा व मानवाधिकार आयोग सदस्य न्यायमूर्ति उज्ज्वल कुमार दुबे के साथ प्रधान सचिव संजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान स्मार्ट क्लास का भी शुभारंभ किया।
लड़कियों को शिक्षा ग्रहण करने दें अभिभावक
लोकायुक्त ने कहा कि मैंने भी अपनी प्राथमिक शिक्षा इस गांव से प्रारंभ ली थी। उस समय शिक्षा ग्रहण करने में काफी परेशानी होती थी। मगर आज इसी गांव में प्राथमिक, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की सुविधा हो जाने से गांव के बच्चों को शिक्षा ग्रहण में सहूलियत होगी। लोकायुक्त ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि लगभग सत्रह साल पूर्व इस गांव की लड़कियाें ने बल्ब तक नहीं देखा था। बिजली के बारे में गांव से बाहर रह रहे लोग ही जानते थे। आज गांव में पावर सब स्टेशन है। जहा से आसपास के दर्जन भर गांव को बिजली आपूर्ति होती है। गांव के लोगों को चिकित्सा सुविधा के लिए पंद्रह किलोमीटर दूर मखदुमपुर, बेलागंज या टिकारी जाना पड़ता था। आज गांव में सरकारी अस्पताल हो जाने से बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को काफी सुविधा मिल रही है। लोकायुक्त ने ग्रामीणों से अपील की कि अपनी बेटियों को कम से कम ग्यारहवीं तक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद ही शादी विवाह के बंधन में बांधे। छात्राओं से कहा कि खुद भी प्लस टू करें और अपने से नीचे पढ़ने वाली छात्राओं को भी पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रेरित करें।
प्रधान सचिव की अपील पर छात्राओं ने पौधे को लिया गोद
उद्घाटन सत्र में विद्यालय प्रांगण में पौधरोपण भी किया गया। प्रधान सचिव संजय कुमार ने विद्यालय में नामांकित छात्र छात्राओं को एक एक पौधा को गोद लेकर उसे विकसित होने तक संरक्षित करने को कहा। कार्यक्रम के उपरांत अतिथियों ने द्वापरकालीन कोटेश्वर नाथ महादेव का दर्शन किया। वहां मंदिर के पुजारी गुड्डू त्रिपाठी व श्रीनिवास त्रिपाठी ने लोगों को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना कराई। इसके बाद मंदिर परिसर के समीप रहे पीपल वृक्ष का अवलोकन किया। जहां मंदिर न्यास कमिटी के उपाध्यक्ष किशोरी मोहन शर्मा व सचिव योगेन्द्र शर्मा ने लोगों को मंदिर के ऐतिहासिकता व बाबा कोटेश्वर नाथ महादेव की महिमा व अदभुत पीपल वृक्ष की अलौकिकता और प्राचीनता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंदन कुमार, अंचलाधिकारी सतेंद्र प्रताप मधुकर, स्थानीय मुखिया मनोज कुमार, मेन थानाध्यक्ष राहुल देव बर्मन, पाई बिगहा ओपी अध्यक्ष अभिषेक कुमार , सामाजिक कार्यकर्ता अशोक कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी व गणमान्य लोग उपस्थित थे।