गया से मुंबई, सिकंदराबाद तक सीधी ट्रेन के लिए रेलमंत्री को लिखा पत्र
पूर्व मध्य रेल के ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन के लिए बिहार व झारखंड के कई करोड़ आबादी के अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र के मध्य में बसा गया एक अंरराष्ट्रीय ख्याति तीर्थ क्षेत्र है। यहां पर जैन बौद्ध हिदू अनुयायी एवं वार्षिक पितृपक्ष मेले में लाखों यात्री पूरी दुनिया से आते हैं। ऐसे में गया से सीधी ट्रेन जिसमें अहमदाबाद मुंबई सूरत पुणे सिंकदराबाद बेंगलुरु इरनाकुलम अंबाला के लिए चलाई जाए।
गया । पूर्व मध्य रेल के ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन के लिए बिहार व झारखंड के कई करोड़ आबादी के अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र के मध्य में बसा गया एक अंरराष्ट्रीय ख्याति तीर्थ क्षेत्र है। यहां पर जैन, बौद्ध, हिदू अनुयायी एवं वार्षिक पितृपक्ष मेले में लाखों यात्री पूरी दुनिया से आते हैं। ऐसे में गया से सीधी ट्रेन जिसमें अहमदाबाद मुंबई, सूरत, पुणे, सिंकदराबाद, बेंगलुरु, इरनाकुलम, अंबाला के लिए चलाई जाए। बिहार सरकार के कृषिमंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने इन जगहों तक के लिए ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए रेलमंत्री को पत्र लिखा है। इसके अलावा साप्ताहिक ट्रेनों को सप्ताह में चार दिन चलाने की भी मांग की है। उन्हेांने कहा कि हावड़ा-गया के बीच जनशताब्दी या डबल डेकर ट्रेन सेवा चले। उन्होंने कहा कि दिल्ली-आसाम के बीच गया-किऊल के रास्ते नई ट्रेन, गया से नई दिल्ली चलने वाली महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन में एसी-3 के दो अतिरिक्त कोच बढ़ाने की जरूरत है। गया में इमरजेंसी कोटा गया होकर गुजरने वाली एक्सप्रेस ट्रेनो में दिया जाए। गया-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस, गया-कमख्या एक्सप्रेस, दीक्षाभूमि एक्सप्रेस, हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, पारसनाथ एक्सप्रेस साप्ताहिक ट्रेनों का परिचालन सप्ताह में चार दिन किया जाए।