लीला पटवा के वृद्ध पिता से सीआइडी टीम ने की पूछताछ
गया। मानपुर अंजना हत्याकांड में साक्ष्य जुटाने को आई सीआइडी की टीम पटवा टोली स्थित लीला पटवा के घर प
गया। मानपुर अंजना हत्याकांड में साक्ष्य जुटाने को आई सीआइडी की टीम पटवा टोली स्थित लीला पटवा के घर पहुंची। घर में ताला लगा हुआ था। बगल के मकान में रहे लीला 80 वर्षीय पिता देवनारायण पटवा से पूछताछ की। लीला के घर का दरवाजा खुलवाया। सीआइडी ने इसी मोहल्ले के राजाराम साव को बुलवाया। उसकी उपस्थिति में टीम ने लीला के मकान के निचले और ऊपर तले पर चढ़कर कई स्थानों पर केमिकल लगाकर साक्ष्य जुटाए। मकान काफी छोटा होने के कारण बेंच, कुर्सी को बाहर निकलना पड़ा। उसके बाद कैमिकल लगाकर साक्ष्य जुटाया। टीम ने एक घंटे तक लीला के घर को खंगाला।
सीनियर डीएसपी ममता कल्याणी व अन्य अधिकारियों ने लीला के वृद्ध पिता देवनारायण से अंजना हत्याकांड से जुड़े कई बिंदुओं पर बात की। पिता ने भी कहा कि बेटा निर्दोष है। उसे बेवजह परेशान किया गया।
लीला पटवा की पत्नी रानी देवी से पूछने पर कहा कि सीआइडी टीम के सदस्यों से कोई बात नहीं हुई है। अंजना हमारी बेटी के समान थी। पति उसकी हत्या कदापि नहीं कर सकते हैं। पति मांस मछली का व्यवसाय करते हैं। मकान की दीवार पर बकरे के खून के धब्बे को ही पुलिस अंजना की खून से तुलना करने में जुटी है। अगर पति दोषी हैं तो स्पष्ट होनी चाहिए। इसके पूर्व 14 जनवरी को एफएसएल और सीआइडी की टीम लीला पटवा के घर से साक्ष्य एकत्रित कर ले गए थे।
---
सही दिशा में नहीं
पुलिस की जांच
वस्त्र उद्योग बुनकर सेवा समिति अध्यक्ष प्रेमनारायण पटवा कहते हैं, डेढ़ माह गुजरने के बाद भी अंजना हत्याकांड पर से पर्दा नहीं उठा है। पुलिस हमेशा भटकाने वाली बात और जांच कर रही है। समाज ने जिन संदिग्ध व्यक्तियों का नाम बताया। उस पर जांच नहीं हुई।
---
घटनाक्रम
-28 दिसंबर : पटवा टोली पेहानी से अंजना गायब।
4 जनवरी : बुनियादगंज थाने में लापता होने की प्राथमिकी।
6 जनवरी : बकसरिया टोले से अंजना का क्षत-विक्षप्त शव मिला।