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Bihar Politics:'हाथी' पर सवार होकर सीखा राजनीति का ककहरा, अब चैनपुर में विकास की 'तीर' चलाएंगे जमां खां

कैमूर के चैनपुर विधानसभा सीट से विजयी बसपा प्रत्‍याशी मो जमा खां ने जदयू ज्‍वाइन कर लिया है। हालांकि ऐसा करने वाले वे पहले नेता नहीं हैं। इससे पहले कई नेता ऐसा कर चुके हैं। बसपा से राज‍नीति सीखकर ये दूसरे दलों में चले जाते हैं।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 10:18 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 06:37 AM (IST)
Bihar Politics:'हाथी' पर सवार होकर सीखा राजनीति का ककहरा, अब चैनपुर में विकास की 'तीर' चलाएंगे जमां खां
जदयू का दामन थामने वाले विधायक मो जमा खां। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, भभुआ।  कैमूर जिले (Kaimoor District) की राजनीति प पड़ोसी यूपी (Uttar Pradesh)  जिले का असर देखा जाता है। यहां के कई जनप्रतिनधि ऐसे हुए हैं जिन्‍हें यूपी में कभी सत्‍ताधारी रही पार्टी बसपा (BSP) का दामन मिलता है। राजनीति का ककहरा ये हाथी (बसपा का चुनाव चिह्न) पर चढ़कर सीखते हैं। चुनाव जीतते ही वह दूसरे पाले में चले जाते हैं। कैमूर जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र (Kaimoor Constituency) में ऐसा देखने को मिलता रहा है। अब इस कड़ी में चैनपुर के बसपा विधायक मो जमा खां (MLA of Chainpur Md. Jama Khan) का नाम भी शामिल हो गया है। वे अब 'तीर' (जदयू ) थाम चुके हैं। पहली बार विधायक चुने गए मो जमा खां  का मानना है कि बसपा में रह कर क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। इसलिए उन्‍होंने जदयू (JDU) में शामिल होने का निर्णय लिया गया। अब सरकार के साथ रहकर क्षेत्र का विकास करेंगे।

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बसपा से नेता बनकर थाम लेते दूसरे दलों का दामन

भभुआ विधानसभा से बसपा की टिकट पर विधायक चुने गए रामचंद्र यादव (Ram Chandra Yadav) ने भी जीतने के बाद पाला बदल लिया। कभी समाजवादी पार्टी (SP) के प्रदेश अध्यक्ष रहे अब जाप (JAP) में हैं। इसके पूर्व भभुआ के विधायक रहे स्व आनंद भूषण पांडेय उर्फ मंटू पांडेय भी पहली बार बसपा की सीट से चुनाव लड़ें। लेकिन जीते नहीं। इसी तरह चैनपुर के विधायक व मंत्री रहे बृजकिशोर बिंद और मोहनिया के निरंजन राम ने भी सबसे पहले बसपा से ही अपना भाग्य आजमाया। हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली। इसके बाद दोनों ने भाजपा (BJP) का दामन थामा और विधायक चुन लिए गए।इसके पूर्व भी चैनपुर से महाबली सिंह, मोहनिया के सुरेश पासी भी बसपा की सीट से ही विधायक बने और बाद में पार्टी बदल लिया।

चार बार की हार के बाद जमां खां पहुंचे विधानसभा

बता दें कि चैनपुर के निर्वाचित विधायक मो जमा खां चार बार की हार के बाद वर्ष 2020 में कैबिनेट मंत्री रहे बृजकिशोर बिंद को लगभग 25 हजार मतों से हराकर विधायक बने। ये बिहार में बसपा के इकलौते विधायक थे। लेकिन अब जदयू में शामिल हो गए। उनके मंत्री बनने की भी उम्मीद लगाई जा रही है। अब देखना है कि जिस सोच से उन्होंने पार्टी बदली है वे अब उस सोच के साथ क्षेत्र का विकास कर पाते हैं या नहीं। वैसे उनके जदयू में शामिल होने से उनके समर्थकों में खुशी देखी जा रही है।


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