गया के टनकुप्पा स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव, स्वीकृति के बावजूद नहीं हो रहा काम
गया-धनबाद ग्रैंड कॉर्ड के टनकुप्पा स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां न समुचित प्लेटफॉर्म है और न शेड। आरओबी के अभाव में ट्रेन आने पर यहां यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
टनकुप्पा (गया), संवाद सूत्र। धनबाद-गया रेल खंड (Dhanbad-Gaya Rail Block) का टनकुप्पा रेलवे स्टेशन वर्षो से विकास की राह देख रहा है। स्टेशन बनने के बाद से ही यहां के लोग मुलभूत सुविधाओ के लिए तरस रहे है। न तो समुचित प्लेटफॉर्म है और न ओवरब्रिज और अन्य सुविधाएं। क्षेत्रीय संघर्ष समिति एवं सामाजिक कार्यकर्ता टनकुप्पा स्टेशन पर सुविधा की मांग करते आ रहे है।
ट्रेन खड़ी हो जाए तो दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाना मुश्किल
धनवाद ग्रैंड कोर्ड रेलवे विकास संघर्ष समिति टनकुप्पा ने धनबाद मंडल रेल प्रबंधक (DRM) को पत्र लिखकर मांग को पूरा कराने के लिए स्मरण कराया है। टनकुप्पा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नहीं होने के कारण यात्रियों को ट्रेन चढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को उठानी पड़ती है। ओवरब्रिज के अभाव में यात्रियों को स्टेशन पर ट्रेन खड़ी होने पर एक से दूसरे प्लेटफॉर्म की ओर जाने में दिक्कत होती है।
छात्रों, नौकरीपेशा और मजदूरों के लिए बेहद अहम
प्रखंड के सामाजिक कार्यकर्ता नंदलाल मांझी, विजय यादव, रामनंदन यादव, मो मुस्लिम, दिलीप कुमार सिंह ने प्रबंधक को बताया की टनकुप्पा प्रखंड की एक तिहाई आबादी के लिए मुख्य संसाधन ट्रेन सुविधा ही है। क्षेत्र के युवा वर्ग कोचिंग में पढ़ाई के लिए गया, पटना आदि शहर ट्रेन से आना जाना करते हैं। मजदूर वर्ग रोजगार की तलाश में झारखंड ट्रेन से ही आते जाते है। दर्जनों सरकारी नौकरी करने वाले लोग ट्रेन से गया, पटना सहित अन्य जगह ड्यूटी करने जाता है। लेकिन उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
दो वर्ष पूर्व ही मिली थी विभागीय स्वीकृति
टनकुप्पा स्टेशन पर प्लेटफार्म, फुट ओवर ब्रिज, जीवनबीघा गांव समीप ओवरब्रिज, स्टेशन का सौंदर्यीकरण नहीं किया गया है। जबकि उक्त कार्य को करने की विभागीय दो वर्ष पूर्व स्वीकृति मिल चुकी है। उक्त सभी मसले पर डीआरएम को अवगत कराने पर तत्काल कार्य शुरू किए जाने की मांग की गई है।