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केंद्रीय बजट में केजी रेलखंड को रखा गया उपेक्षित, न विकास के लिए मिली राशि और न ही बढ़ाई गई सुविधा

केंद्र सरकार की ओर से एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आम बजट पेश किया गया। बजट में शिक्षा स्वास्थ्य कृषि रेलवे समेत सभी विभाग के विकास के लिए ऐलान किया गया। रेलवे विभाग के लिए एक लाख 58 हजार 658 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 10:05 AM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 10:05 AM (IST)
केंद्रीय बजट में केजी रेलखंड को रखा गया उपेक्षित, न विकास के लिए मिली राशि और न ही बढ़ाई गई सुविधा
नवादा में केजी रेलखंड पर खड़ी ट्रेन। जागरण।

जागरण संवाददाता, नवादा। केंद्र सरकार की ओर से एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आम बजट पेश किया गया। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रेलवे समेत सभी विभाग के विकास के लिए ऐलान किया गया। रेलवे विभाग के लिए एक लाख 58 हजार 658 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। साथ ही बंगाल, दिल्ली, मुंबई समेत अन्य राज्यों में विकास के लिए जोड़ा गया है। लेकिन इस बजट में किउल-गया रेलखंड को उपेक्षित रखा गया है। इस रेलखंड के विकास के लिए कोई लाभ नहीं दिया गया। साथ ही यात्री सुविधा के नाम पर ना ही कोई नई ट्रेन चलाने की घोषणा की गई है। ऐसे पूर्व से केजी रेलखंड का विद्युतीकरण व दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। दोहरीकरण कार्य काफी तेजी से चल रहा है।

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2021 तक दोहरीकरण का है लक्ष्य

केजी रेलखंड पर मानपुर से लक्खीसराय तक 129 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य होना है। दोहरीकरण का कार्य इरकॉन कंपनी को सौंपा गया है। जिसे वर्ष 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दोहरीकरण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। इस रेलखंड पर कुल 342 पुल-पुलिया का निर्माण होना है। जिसमें 200 पुल-पुलिया का निर्माण हो चुका है। इसके अलावा मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर लिया गया है। रेल लाईन बिछाने का कार्य जारी है। कंपनी के अधिकारी व कर्मी रात-दिन एक कर कार्य को ससमय पूरा कराने में जुटे हैं।

दस की जगह दो जाड़ी ट्रेन का परिचालन

केजी रेलखंड पर दस माह पूर्व एक्सप्रेस समेत दस जोड़ी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन हो रहा था। इसी बीच मार्च 2020 में कोविड-19 संक्रमण का दौर शुरू हो गया। सरकार की ओर से अप्रैल माह से सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। जिससे केजी रेलखंड के यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। आमजनों की मांग पर जनवरी 2021 में एक जोड़ी मेमू टेन का परिचालन शुरू किया गया। इसके बाद 3 फरवरी से गया-हावड़ा एक्सप्रेस की जगह स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया है। दस माह बाद बुधवार को गया-हावड़ा स्पेशल एक्सप्रेस नवादा पहुंची। ट्रेन के रुकते ही चढ़ने के लिए यात्रियों की भीड़ जुट गई। लोग आपाधापी करने लगे। लेकिन विभाग की ओर से एक्प्रेस में सफर करने के लिए नियम व शर्त लागू किया गया है। इसके लिए यात्रियों को एक दिन पूर्व टिकट रिजर्वेशन कराना होगा। सीट से अधिक यात्रियों को चढ़ने की इजाजत नहीं होगी। टिकट रिजर्वेशन कराने को लेकर काउंटर पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है। फिलहाल दस की जगह दो जोड़ी ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।

कहते हैं अधिकारी

प्रशाखा अभियंता तारकेश्‍वर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से पेश आम बजट में केजी रेलखंड के लिए कोई घोषणा नहीं की गई है। इस रेलखंड के विद्युतीकरण व दोहरीकरण के लिए पूर्व में 12 सौ करोड़ की राशि आवंटित की गई थी। विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। दोहरीकरण का कार्य भी काफी तेजी से चल रहा है। इस रेलखंड पर कुल 342 पुल-पुलिया का निर्माण होना है। जिसमें 200 पुल-पुलिया का निर्माण हो चुका है। रेल लाईन बिछाने के लिए मिट्टी भराई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। रेल लाईन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2021 में दोहरीकरण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कंपनी के अधिकारी व कर्मी कार्य को ससमय पूरा कराने में जुटे हैं। इस रेलखंड पर दस जोड़ी एक्सप्रेस समेत पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होता था। कोविड-19 संक्रमण को लेकर यात्री ट्रेनों का परिचालन ठप था। इस समय एक्सप्रेस समेत दो जोड़ी ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। ऐसे उम्मीद है कि ट्रेनों की संख्या बढ़ सकती है।


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