रूद्र महायज्ञ के लिए निकली कलश यात्रा
गया। रूद्र महायज्ञ को लेकर बुधवार को ग्राम हड़ीयादाग से सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालु
गया। रूद्र महायज्ञ को लेकर बुधवार को ग्राम हड़ीयादाग से सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालु कंपकपाती ठंड में ढाढर नदी से पवित्र कलश में जल भर कर यज्ञ स्थल तक पहुंचे। कलश यात्रा रधवाचक, सावरचक, भवारी, देवठीका, कर्मा, सिंधुगढ़, अम्बातरी और केवला आदि गाव का भ्रमण किया। यज्ञ के आयोजक प्रेम कुमार ने बताया कि श्रीरूद्र महायज्ञ श्रीश्री 1008 श्रीस्वामीजी महाराज के तत्वावधान में मंदिर निर्माण के प्रयोजन के लिए किया जा रहा है। भगवान शिव और माता तारा के मंदिर का निर्माण हड़ीयादाग गांव में होना है। यज्ञ मंडप में कलश स्थापना के साथ बुधवार से महायज्ञ शुरू हो गया है। 13 जनवरी का यज्ञ का समापन होगा। इस दौरान काशी, वृंदावन, मथुरा, वाराणसी के विद्धान प्रत्येक दिन संध्या पहर में प्रवचन देंगे। रासलीला का भी आयोजन किया गया है। यज्ञ में शांति व अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी यज्ञ मंडली के युवाओं को दी गई है। यज्ञ के आयोजन समिति में अजमत अली के अलावा गाव के दर्जनों गण्यमान्य हैं।