जूनियर डॉक्टरों ने जला दी थी थाने की जीप, दर्जनों मामले दर्ज पर कार्रवाई नहीं
----मगध मेडिकल में जूनियर डॉक्टरों की गुंडागर्दी..संबंधी फाइल के साथ.. -कई राजनीतिक व सामाजिक संगठन ने कार्रवाई करने की मांग पत्रकार पर हमले की सभी ने की निंदा जागरण संवाददाता गया
गया । अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों के कारनामे फिर उजागर हुआ है। गलती को छुपाने के लिए पहले पत्रकार और उसके बाद मरीज के परिजनों को पीटा। मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की गुंडागर्दी कई बार सामने आ चुका है। पिछले कुछ वर्षो में जूनियर डॉक्टरों पर दर्जनों मामले मेडिकल कॉलेज थाने में दर्ज हैं, जो सिर्फ फाइलों में दबकर रह गई। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजा, जूनियर डॉक्टरों का मनोबल बढ़ता गया और आए दिन मारपीट की वारदात कर रहे हैं।
डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज कैंपस में पुलिस की जीप दिनदहाड़े जला दी थी। इसी तरह पूर्व मंत्री सह विधायक डॉ. सुरेंद्र यादव, मुन्ना राउत, न्यूज चैनल के पत्रकार राजेश कुमार के साथ भी घटना घट चुकी है। फिर भी पुलिस ने डॉक्टरों पर कानूनी शिकंजा नहीं कसा। इन सभी मामलों में एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज है। उस वक्त अगर पुलिस कार्रवाई करती तो अस्पताल आने वाले मरीज व उनके परिजन भय मुक्त होकर इलाज कराते। परंतु ऐसा नहीं है लोग भयभीत है।
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स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने दूरभाष पर बताया कि इस मामले में जो भी जूनियर डॉक्टर शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने चौथे स्तंभ पर हमला की निंदा करते हुए जांच का आदेश विभागीय पदाधिकारी को दिए हैं। फुटेज के आधार पर कार्रवाई की बात कही।
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दोषी डॉक्टरों पर होगी
कड़ी कार्रवाई : कृषि मंत्री
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने घटना की निंदा करते हुए दोषी डॉक्टरों पर कड़ी करने का निर्देश दिया। कांग्रेस के सांसद अखिलेश सिंह ने भी घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। हम पार्टी के केंद्रीय समिति सदस्य डॉ. मुकेश कुमार यादव उर्फ कृष्णा यादव ने कहा कि सरकार व प्रशासन अपनी विफलता छुपाने के लिए पत्रकार पर हमला की गई है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए।
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छात्रावासों की जांच और दोषी पर हो कार्रवाई : कृष्ण कुमार सिंह
विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा, युगेश कुमार, रूपेश कुमार, प्रशांत कुमार, क्षितिज मोहन सिंह ने घटना की निंदा की। पूरी घटना की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री को दी गई। कहा कि मेडिकल कॉलेज से गायब बच्चा खोजने में अस्पताल प्रशासन नाकाम रही है। उनकी गलती को उजागर करने पर पत्रकार पर हमला करना निंदनीय अपराध है। ऐसे डॉक्टर की मान्यता रद की जाए। यह समाज के लिए घातक है।
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पढ़ाई नहीं, गुंडागर्दी
करते हैं
रालोसपा के प्रदेश महासचिव विनय कुशवाहा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हमेशा से गुंडागर्दी रही है। यह पढ़ाई करने नहीं, बल्कि गुंडागर्दी करते हैं। अस्पताल अधीक्षक व उपाधीक्षक के साथ मिलकर जूनियर डॉक्टरों ने इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। इन पदाधिकारी को तत्काल बर्खास्त किया जाए। पीड़ित महिला जिनका नवजात गायब हुआ है। उसे सुरक्षा दी जाए। युवा जदयू प्रदेश प्रवक्ता चंदन यादव ने कहा कि घटना निंदनीय है। इन पर कार्रवाई होगी। घटना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है। राजद के युवा नेता विश्वनाथ प्रसाद, भाजपा नेता संतोष ठाकुर, पूर्व वार्ड पार्षद शशी किशोर शिशु, पार्षद ओमप्रकाश सिंह, भोला पटेल एवं शांति निकेतन एकेडमी के निदेशक हरि प्रपन्न आदि ने निंदा करते हुए न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
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सीसीटीवी फुटेज मंगाए गए हैं, दोषियों पर कार्रवाई होगी: डीएम
डीएम अभिषेक सिंह ने मेडिकल कॉलेज में जूनियर डाक्टर द्वारा पत्रकार व मरीज के परिजनों पर हमला की निंदा करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच करने के लिए एसडीओ व डीएसपी को भेजा गया है। यहां से सीसीटीवी फुटेज मंगाए गए हैं। दोषी डॉक्टरों की पहचान कर नामजद करें। उन पर कार्रवाई होगी।
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दोषी डॉक्टरों की होगी
गिरफ्तारी : एसएसपी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पूर्व में जितने भी दागी जूनियर डॉक्टर हैं, उनका इतिहास खंगाला जा रहा है। मारपीट करने वाले नामजद डॉक्टर की गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया है।