जिप उपाध्यक्ष व कर्मचारी का विवाद गहराया
जागरण संवाददाता, गया : जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश कुमार और कर्मचारी एसएम हसीन कौसर (सूरज
जागरण संवाददाता, गया : जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश कुमार और कर्मचारी एसएम हसीन कौसर (सूरज कुमार) के बीच विवाद गहराता जा रहा है। गुरुवार को इसे सुलझाने की पहल की गई, लेकिन दोनों में से कोई मानने को तैयार नहीं हुए। दोनों अड़े हुए हैं। कर्मचारी के पक्ष में बिहार राज्य जिला परिषद कर्मचारी महासंघ (गोपगुट) के नेता उतर आए हैं। इधर, उपाध्यक्ष के पक्ष में कई जिला पार्षद हैं। इनकी भी कई स्तर पर बैठकें हुई हैं। दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इस बीच, मारपीट की घटना का वीडियो बनाकर वायरल करने की बात सामने आई है। अब मामला पुलिस के पास है। दोनों के आवेदनों पर सिविल लाइन्स थाने में बुधवार को मामला दर्ज कर लिया गया।
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महासंघ की बैठक में दोषी
उपाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग
बिहार राज्य जिला परिषद कर्मचारी महासंघ गोपगुट की बैठक अनिल कुमार दुबे की अध्यक्षता में हुई। जानकारी दी गई कि एसएम हसीन को उपाध्यक्ष अपने कार्यालय में बुलाकर गाली-गलौज करने व मारपीट करने लगे। इस कर्मी के द्वारा विभाग का आगत-निर्गत का कार्य किया जाता है। पीड़ित कर्मी ने घटना की लिखित जानकारी उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को दी है। घटना के 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। निर्णय लिया गया कि जब तक दोषी उपाध्यक्ष राजेश कुमार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक कार्यालय का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस मौके पर संयोजक दिनेश कुमार सिन्हा, रामाश्रय प्रसाद यादव, रीना कुमारी, हसीन उदीन, साद आलम, इश्वरी सिंह, जावेद अंसारी, मेराजुहल, कृष्ण राम एवं दीपक कुमार आदि मौजूद थे।
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क्या कहते हैं उपाध्यक्ष
जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि कुछ कर्मी यहां कौकस कायम करना चाहते हैं। विरोधी लोगों से मिलकर कर्मचारी ने मेरे साथ मारपीट की थी। बदनाम करने की साजिश कर्मचारी रच रहे हैं। एससी-एसटी परिवार से आने के कारण मुझे बदनाम किया जा रहा है। इस परिवार से होने के कारण सिविल लाइन्स थाने में मेरे आवेदन पर प्राथमिकी 24 घंटे बाद दर्ज की गई। इस शिकायत को अनुसूचित जाति आयोग को भेज रहे हैं।
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क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
सिविल लाइन्स प्रभारी थानाध्यक्ष रामाज्ञा ने बताया कि जिला परिषद कर्मचारी व उपाध्यक्ष के मारपीट का केस बुधवार को ही दर्ज कर लिया गया है। मामला की जांच की जा रही है। कर्मचारी ने सरकारी काम में बाधा डालने और उपाध्यक्ष ने एससी-एसटी नाम का बोध कर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है।