जय-वीरू जैसी दोस्ती में रुपयों ने डाली दरार, एक को दूसरे ने मारी गोली, दूसरे को भीड़ ने मार डाला
मात्र 15 हजार की लेनदेन में दो दोस्तों की जान इस तरह चली जायेगी किसी ने सोचा भी नहीं था। दो मित्रों के बीच ऐसा हुआ कि एक ने पहले दोस्त की गोली मारकर कर हत्या दी और भागने के दौरान भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार डाला।
सासाराम, जेएनएन। मात्र 15 हजार की लेनदेन में दो दोस्तों की जान इस तरह चली जायेगी किसी ने सोचा भी नहीं था। पैसा, धन जो न कराए। कभी एक दांत की रोटी खाने वाले दो मित्रों के बीच ऐसा हुआ कि एक ने पहले अपने ही दोस्त की गोली मारकर कर हत्या दी और भागने के क्रम में भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार डाला। दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। दो बदन एक जान जैसे जीवन व्यतीत करने वाले दोस्तों को भी जानी दुश्मन बना देती है।
साथ में शुरू किया था धंधा पर कौन सा, बताने को कोई तैयार नहीं
थाना क्षेत्र के पड्सर टोला गांव में गुरुवार की शाम करीब सात बजे दो अभिन्न मित्रों के बीच घटी घटना ने इस उक्ति को अक्षरशः सत्य साबित कर दिया है। मात्र 15 हजार रुपये के लिए वर्षों का दोस्त लल्लू यादव न सिर्फ दुश्मन बना, बल्कि अपने मित्र सुमन यादव (30 वर्ष) को गोली मार मौत के घाट उतार दिया। यह बात दीगर है कि आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्या के बाद लाठी डंडों से पीट पीट कर लल्लू यादव (35 वर्ष) को भी मार डाला। रोहतास के एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि आपसी लेनदेन में मात्र 15 हजार रुपये के लिए यह घटना घटी। इधर यह घटना ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीण अपने-अपने तरीके से इस घटना को देख रहे हैं। इनकी मानें तो लल्लू यादव और सुमन दो बदन एक जान थे। लल्लू यादव पड्सर निवासी श्रीभगवान यादव का पुत्र था। वहीं सुमन यादव पड्सर टोला के प्रभन्स उर्फ भुअर यादव का पुत्र बताया गया है। दोनों गांवों की दूरी भी आधा किलोमीटर से कम है, जो इनके संबंध को और अधिक बल दे रहा था। इनकी दोस्ती की लोग कसमें लिया करते थे। इन्हें अलग करने का प्रत्येक प्रयास टेढ़ी खीर साबित हुई है। कई साल से उक्त दोनों दोस्त व्यवसाय भी साथ मिल कर करते थे। किस तरह का व्यवसाय करते थे, इस पर ग्रामीणों ने पर्दा डाल रखा है।
ग्रामीण बोले, दोनों दोस्तों के धंधे को जानती है पुलिस
उनका कहना है कि पुलिस सब जानती है। अचानक गुरुवार के सुबह इनके बीच कहासुनी हुई थी। इसमें सुमन ने ऐसी कौन सी धमकी दी, जिस पर मार डालने और खुद मिट जाने की नौबत आ गई। लल्लू जान लेने के लिए सुमन के दरवाजे तक जा पहुंचा। यह समझ से परे है, और पुलिस के लिए जांच का विषय बन गया है। सवाल है कि हमलावर लल्लू गोली मारने के बाद ग्रामीणों के हांथो खुद भी मारा गया, तो उसकी हथियार कहां गया। पुलिस भी हथियार की बरामदगी से इंकार कर रही है। थानाध्यक्ष अनिल प्रसाद ने बताया कि मृतक लल्लू की पत्नी फूलकुमारी देवी के बयान पर मृत सुमन सहित 25 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है । पुलिस दोनों शव का पोस्टमार्टम करा उनके स्वजनों को सुपुर्द कर दिया है।