ज्ञान की भूमि में नौकरी के नाम पर 15 सौ महिला के साथ की गई ठगी, संचालक व कर्मी पुलिस के हवाले
कई घंटे तक बोधगया थाना का ठगी के शिकार महिलाओं ने किया घेराव कर हंगामा किया व पैसा वापसी की मांग की। पीड़ित महिलाओं ने कहा प्रत्येक महिला से नौकरी के नाम पर चार हजार रुपये राशि ली गई थी।संस्थान के संचालक गया के दंडीबाग मोहल्ला निवासी है।
जागरण संवाददाता, गया: ज्ञान की भूमि बोधगया में रहने वाली महिला ठगी की शिकार हुई। ठगी की शिकार महिलाएं बुधवार को एक स्वयंसेवी संगठन के संचालक व एक कर्मी को पकड़कर बोधगया थाना को सुपुर्द कर दिया। सुपुर्द करने के उपरांत ठगी के शिकार सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने पर्यटक बोधगया थाना का घेराव किया। पैसा की मांग करते हुए थाना परिसर में हंगामा करने लगी।
हंगामा कर रही महिलाओं का कहना है कि संस्थान के संचालक से पुलिस पैसा की वापसी कराए। थाना परिसर में करीब दो घंटे तक महिलाएं जमी रही। अपनी पैसा की मांग कर रहे थी। पीड़ित महिला महिमा का कहना है कि संस्थान द्वारा नौकरी देने के लिए आवेदन जमा कराया था। आवेदन जमा करने की प्रक्रिया गया जिले के प्रत्येक प्रखंड में चल रहा था। पिछले तीन से चार माह से जिले अलग-अलग प्रखंड में संस्थान का कार्यालय खोला गया था। जहां आवेदन के साथ अभ्यर्थियों से चार हजार रुपये नगद राशि ली गई है। उन्होंने बताया कि बोधगया में एक होटल के सामने संस्थान के कार्यालय में 15 जून तक करीब 15 सौ महिलाओं ने चार हजार रुपये की दर राशि जमा कराई थी।
इस तरह देखा जाए तो संस्थान को करीब 60 लाख रुपये जमा हुए थे। 16 जून से लगातार संस्थान के संचालक से बातचीत करने और नौकरी देने की बात करना चाह रहे थी। लेकिन फोन पर कोई जवाब नहीं मिल रहा था। जैसे हीं महिलाओं को जानकारी मिली कि संस्थान के संचालक और एक महिला बोधगया आई हुए हैं। उन्हें संस्थान से जबरन पकड़ कर बोधगया थाना में लाकर पुलिस के हवाले की। उन्होंने बताया कि संचालक पहले पैसा लौटाने की बात कर रहे थे, लेकिन अब इंकार कर रहे हैं।
पीड़ित महिलाओं ने संस्थान के संचालक से पैसा वापसी कराने की मांग कर रहीं हैं। पीड़िता का कहना है कि उन्हें कहा गया था कि अभी आवेदन के साथ चार हजार रुपये जमा कराए। बाद 750 रुपये पंजीयन शुल्क काट कर शेष राशि लौटा दी जाएगी। कई दिन गुजरने के बाद भी राशि नहीं लौटी है। महिमा ने कहा कि उन्हें होम टयूटर के नाम पर नौकरी देने की बात कहीं गई थी।
इसमें होम टयूटर के रूप में छह बच्चों को पढ़ाना था। उन्होंने पुलिस पदाधिकारी से मांग कि ऐसे संस्थान को सील करते हुए पीड़िता को पैसा लौटाने का दबाव बनाए। इधर, डीएसपी बोधगया अजय कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। अगर महिला के साथ ठगी हुई है। बोधगया थाना में आवेदन दें। न्याय मिलेगी। दोषी पर कार्रवाई होगी।